Anshu Malik: कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय पहलवान बहुत ही कमाल का खेल दिखा रहे हैं. कुश्ती में भारतीय टीम ने अभी तक 3 गोल्ड, 1 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज अपने नाम किए हैं. भारत की स्टार रेसलर अंशु मलिक ने 57 किलोग्राम भार वर्ग में सिल्वर मेडल अपने नाम किया. अंशु मलिक अभी सिर्फ 21 साल की हैं. अंशु मलिक के पिता भी पहलवान रहे हैं और उन्होंने मेडल जीतकर पिता का सपना पूरा किया है. 


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पिता का सपना किया पूरा 


अंशु मलिक की सफलता के पीछे उनके माता-पिता का त्याग और उनकी खुद की मेहनत है. अंशु मलिक ने बेटी के करियर के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी, जिससे वह सारा टाइम अंशु पर दे सकें. अंशु मलिक के पिता धर्मवीर मलिक खुद वर्ल्ड कैडेट चैंपियनशिप में खेले थे, लेकिन चोट की वजह से उनका करियर लंबा नहीं चल पाया था. इसका उन्हें बहुत ही मलाल रहा. धर्मवीर मलिक ने बताया कि चोट के बाद वह खून के आंसू रोए थे. इसके बाद उन्होंने बेटी को रेसलर बनाने का फैसला किया था. 


कॉमनवेल्थ गेम्स में किया कमाल 


2016 में जब अंशु ने वर्ल्ड कैडेट प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता तो परिवार ने तय कर लिया कि अब बेटी को कुश्ती में ही आगे बढ़ाना है. इसके बाद अंशु मलिक ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. उन्होंने साल 2021 एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया था. वहीं, अब उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में सिल्वर मेडल अपने नाम कर देश का नाम रोशन किया है. 


गोल्ड से चूकीं अंशु


21 साल की अंशु मलिक ने पूरे कॉमनवेल्थ गेम्स में कमाल का प्रदर्शन किया था. उन्होंने दो मुकाबले तो 10-0 से जीते थे. लेकिन वे ओडुनायो अदेकुओराये के सामने वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाईं, जिसकी उनसे उम्मीद थी. ओडुनायो अदेकुओराये एक बार फिर गोल्ड पर कब्जा करने में कामयाब रही हैं. इससे पहले भी उन्होंने 2014 और 2018 में भी गोल्ड मेडल पर अपना कब्जा किया था.  



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