Brijbhushan Sharan Singh on Sakshi Malik : ओलंपिक मेडलिस्ट रेसलर साक्षी मलिक (Sakshi Malik) ने गुरुवार को अचानक से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया. उन्होंने रोते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने जूते मेज पर रख दिए और बोलीं- मैं कुश्ती को त्यागती हूं. दरअसल, साक्षी ने ये घोषणा संजय सिंह के रेसलिंग फेडरेशन (WFI) के नए अध्यक्ष बनने के कुछ ही देर बाद कर दिया. संजय सिंह 'बबलू' को बृजभूषण शऱण सिंह का करीबी माना जाता है.


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संजय सिंह बने WFI चीफ तो रोने लगे पहलवान


वाराणसी कुश्ती संघ के चीफ संजय सिंह 'बबलू' (Sanjay Singh) भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के नए अध्यक्ष बन गए. उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स-2010 की गोल्ड मेडलिस्ट रेसलर अनीता श्योरण को हराकर इस पद पर कब्जा जमाया. संजय सिंह को कैसरगंज से लोकसभा सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brijbhushan Sharan Singh) का करीबी माना जाता है. बता दें कि बृजभूषण शरण के खिलाफ कई महिला पहलवानों ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे जिसके बाद उन्हें कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से हटना पड़ा. 


'उससे मुझे क्या लेना-देना'


रेसलर साक्षी मलिक के कुश्ती से संन्यास के फैसले पर WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह से सवाल पूछा गया तो वह बिफर गए. उन्होंने पत्रकारों की तरफ हाथ हिलाते हुए कहा, 'उससे मुझे क्या लेना देना भई.' इसके बाद उनके सुरक्षाकर्मियों ने पत्रकारों को हटने का इशारा किया. बृजभूषण शरण सिंह ने साथ ही संजय सिंह को बधाई देते हुए कहा, 'मैं जीत का श्रेय देश के पहलवानों और रेसलिंग फेडरेशन के सचिव को देना चाहता हूं. मुझे उम्मीद है कि नई फेडरेशन के गठन के बाद कुश्ती प्रतियोगिताएं फिर से शुरू होंगी.'



संजय को बताया बृजभूषण का बिजनेस पार्टनर


ओलंपिक गेम्स-2016 में ब्रॉन्ज जीतने वालीं साक्षी मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'हमने अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी, पूरे दिल से लड़ी लेकिन अगर WFI का अध्यक्ष बृजभूषण सिंह जैसा ही आदमी रहता है, जो उनका बिजनेस पार्टनर है, वो अगर फेडरेशन में रहेगा तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं. मैं कभी भी आपको वहां (रेसलिंग रिंग) में नहीं दिखूंगी.' उन्होंने इसी के साथ अपने जूते उतारकर मेज पर रख दिए और रोने लगीं.