नई दिल्ली: टीम इंडिया के कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद इन दिनों वर्ल्ड कप के लिए फोकस कर रहे हैं जो अगले महीने से न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में शुरू हो रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक धोनी ने इस बार टीम इंडिया की जीत सुनिश्चित करने के लिए एक टोटका आजमाया है। यह टोटका उन्होंने अपने उस बल्ले पर करवाया है जिसके जरिए वह गगनचुंबी सिक्सर लगाकर भारतीय क्रिकेट टीम को अक्सर जिताते हैं।


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बताया जा रहा है कि धोनी ने इस बार वर्ल्ड कप के लिए अपनी पसंद और जरूरत के मुताबिक 10 बल्ले बनवाये हैं। बल्ले बनाने वाली कंपनी ने इस बात की पुष्टि की है। कंपनी से जुड़े ज्योति शर्मा ने कहा है कि धोनी ने वर्ल्ड कप के मद्देनजर अपनी देखरेख में 10 बैट का ऑर्डर दिया है।


बल्ले का आकार कैसा हो, उसकी बनावट कैसी हो, उसका वजन,एज और उसकी लंबाई, शेप आदि को लेकर धोनी ने अपनी राय कंपनी के लोगों के सामने रखी और उसी के मुताबिक उनका बल्ला तैयार किया जा रहा है। ज्योति शर्मा के मुताबिक धोनी को तीन बैट दे दिए गए हैं जबकि 7 बल्ले का निर्माण उनकी पसंद,राय और जरूरत के मुताबिक चल रहा है। उन्होंने कहा कि यह बैट इस बात को ध्यान में रखकर बनाया जाता है कि धोनी को हर वह पसंदीदा शॉट खेलने में आसानी हो जिसे मैदान पर खेलते नजर आते हैं।


धोनी की पसंदीदा हेलीकॉप्टर शॉट खेलने के लिए भी यह बल्ला काफी मुफीद होता है। धोनी बैट के निर्माण को लेकर इस बात का ध्यान रखते है कि उसका वजन और साइज उनके हेलीकॉप्टर शॉट के लिए परफेक्ट हो। जब यह बल्ला बनकर आ जाता है तो धोनी उसका इस्तेमाल सबसे पहले नेट प्रैक्टिस के दौरान करते हैं। इस दौरान भी वह बल्ले को बारीकि से जांचते-परखते हैं। अगर बल्ले में कोई खामियां दिखती है या बदलाव की गुंजाईश होती है तो वह बल्ला फिर से कंपनी में भेजा जाता है। बल्ले को हर उस कोण से तराशा जाता है जहां धोनी चाहते हैं। टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद धोनी को बल्ले के साथ कई लोगों से विचार-विमर्श करते हुए लोगों से देखा गया है। इससे पता चलता है कि धोनी बल्ले को लेकर काफी संजीदा है और बल्ला उनकी जरूरत और पसंद के मुताबिक हो इसका वह खास ध्यान रखते हैं।


धोनी जिस बैट से खेलते है वह 4.9 नंबर का होता है। इस बल्ले की विड्थ,लंबाई आम बैट के मुकाबले में थोड़ा अंतर होता है। धोनी जिस बैट से खेलते है उसका वजन 1270 ग्राम यानी सवा किलो से भी ज्यादा होता है। वह सात नंबर के बल्ले से खेलते हैं और अपनी पारी में टीम की रणनीति के मुताबिक बल्ला बदलते भी रहते है। 2011 के वर्ल्ड कप में धोनी ने अपनी शानदार कप्तानी और दमदार पारी से टीम इंडिया को जिताया था लिहाजा उनके प्रशंसक इस बार भी उम्मीद कर रहे हैं कि वर्ल्ड कप का एक्शन रिप्ले फिर भारत में देखने को मिलेगा यानी वर्ल्ड कप एक बार फिर हमारा होगा।