Commonwealth Games: `भारतीय प्लेयर्स को मनाना मुश्किल`, कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले अध्यक्ष ने क्यों कहा ऐसा
Commonwealth Games 2022: कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले लवलीना बोरगोहेन ने आरोप लगाया था कि गुरुंग सहित उनके दूसरे कोच को अधिकारियों से ‘लगातार उत्पीड़न’ का सामना करना पड़ रहा है.
Commonwealth Games 2022: भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के कार्यकारी अध्यक्ष अनिल खन्ना ने गुरुवार को लवलीना बोरगोहेन की कोच संध्या गुरुंग के विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि बहु-खेल स्पर्धाओं के दौरान भारतीय एथलीटों की जरुरतों को पूरा करना दूसरों की तुलना में थोड़ा अधिक कठिन होता है.
लवलीना ने लगाया था आरोप
राष्ट्रमंडल खेलों 2022 के लिए बर्मिंघम पहुंचने के बाद बोरगोहेन ने आरोप लगाया था कि गुरुंग सहित उनके दूसरे कोच को अधिकारियों से ‘लगातार उत्पीड़न’ का सामना करना पड़ रहा है जिससे उनकी तैयारी में बाधा आ रही है.
खन्ना ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘भारतीय एथलीटों की जरुरतों को पूरा कर संतुष्ट करना दूसरों की तुलना में थोड़ा कठिन है क्योंकि वे जल्दी प्रतिक्रिया दे देते हैं. एथलीटों के बीच सहयोग की भावना की कमी होती है.’
कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले मचा बवाल
उन्होंने कहा, ‘लवलीना एक ओलंपिक पदक विजेता है, हमें उनके अनुरोध को स्वीकार करना पड़ा. मुक्केबाजी टीम के चिकित्सक भी अनुभवी हैं. वह हमारे कई अधिकारियों और कोच की तरह गांव से बाहर रह रहे हैं.’ खन्ना ने जोर देकर कहा, ‘हम परिवहन की व्यवस्था कर रहे है ताकि समस्या नहीं हो.’