लाहौर: पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मुख्य कोच मिस्बाह उल हक (Misbah-ul-Haq) को लगता है कि 2019 उनकी टीम के लिए टेस्ट फॉर्मेट में मुश्किलों से भरा रहा. इस दौरान उनकी टीम दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के सामने संघर्ष करती दिखी. पाकिस्तानी कोच मिस्बाह उल हक (Misbah ul Haq) ने कहा कि उनका जोर टीम के प्रदर्शन में सुधार लाने पर है. पाकिस्तान (Pakistan) की टीम ने 2019 में छह टेस्ट मैच खेले और सिर्फ एक में ही जीत दर्ज कर सकी. 

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पाकिस्तान ने इस साल कुल 41 मैच खेले और सिर्फ 11 ही जीत सका. यानी, उसकी सफलता दर करीब 25% रही. उसने 25 वनडे मैचों में नौ में जीत दर्ज की और 15 हार गया. इसी तरह वह 10 टी20 मैचों में सिर्फ एक में जीत दर्ज कर पाया, जबकि आठ में उसे शिकस्त झेलनी पड़ी. टेस्ट मैचों में भी उसका प्रदर्शन खराब रहा. उसने 2019 में छह टेस्ट मैच खेले. इनमें से उसे चार में हार का सामना करना पड़ा. पाकिस्तान ने साल में एक टेस्ट जीता और एक ड्रॉ खेला. इस साल पाकिस्तान की टीम रन रेट में पिछड़ने के कारण विश्व कप में सेमीफाइनल में जगह बनाने से चूक गई थी. 

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इस साल हालांकि पाकिस्तान में एक दशक बाद टेस्ट क्रिकेट की वापसी हुई. रावलपिंडी में खेला गया पहला मैच ड्रॉ रहा. कराची में खेले गए दूसरे मैच में पाकिस्तान ने श्रीलंका को 263 रन से मात दी. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने मिस्बाह के हवाले से लिखा, ‘पाकिस्तान ने श्रीलंका को मात देकर साल 2019 का अंत अच्छा किया, लेकिन कुल मिलाकर यह हमारे लिए टेस्ट में मुश्किल साल रहा.’


कोच ने कहा, ‘सीमित ओवरों में हमने हमारे मुख्य खिलाड़ी फखर जमां, हसन अली और शादाब खान अपनी फॉर्म खो बैठे. इन्हीं के दम पर हमने 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी. अहम समय पर इनके फॉर्म खोने के कारण हम विश्व कप और टी20 मैचों में पिछड़ गए. हालांकि, टी20 में हम किसी तरह नंबर-1 बने रहने में सफल रहे, लेकिन अगर कुल मिलाकर देखा जाए तो इस फॉर्मेट में हमारी जीत का प्रतिशत गिरा है.’

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पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मिस्बाह उल हक ने कहा, ‘हमें तीनों फॉर्मेट में कई जगह सुधार करना है. टीम के पास काफी काबिलियत है और नए खिलाड़ी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना रास्ता बना रहे हैं. निश्चित तौर पर टीम का भविष्य अच्छा है.’ कोच मिस्बाह उल हक पर टीम के चयन की जिम्मेदारी भी है.