Afghanistan women cricket team: अफगान महिला क्रिकेट टीम की 17 पूर्व खिलाड़ियों ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) को एक पत्र लिखकर ऑस्ट्रेलिया में शरणार्थी टीम बनाने में मदद की गुहार लगाई है. इन महिलाओं ने ICC से इस बात को साकार करने में मदद करने का आग्रह किया है, ताकि अफगान महिलाएं एक बार फिर एक झंडे के तले क्रिकेट खेलने का सपना पूरा कर सकें. अफगानिस्तान की महिला क्रिकेट टीम को 2021 में तालिबान के सत्ता में वापसी के बाद भंग कर दिया गया था. गौरतलब है कि तालिबान ने क्रिकेट सहित खेल गतिविधियों में महिलाओं की भागीदारी पर रोक लगा दी थी, जिसका व्यापक विरोध हुआ था.


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पत्र में क्रिकेटरों ने क्या कहा?


पूर्व अफगान क्रिकेटरों ने आईसीसी के अध्यक्ष ग्रेग बार्कले को लिखे पत्र में कहा है कि वे शरणार्थी के रूप में खेलना चाहती हैं और वैश्विक क्रिकेट संस्था से समर्थन और धन की मांग करती हैं.  बीबीसी के अनुसार, पत्र में लिखा गया है, ''इस टीम के गठन से अफगानिस्तान की वे सभी महिलाएं, जो अपना देश प्रतिनिधित्व करना चाहती हैं, एक झंडे के तले एकजुट हो सकेंगी.''


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महिला खिलाड़ियों को विदेश में शरण लेनी पड़ी


गौरतलब है कि अफगानिस्तान की कई महिला खिलाड़ियों को विदेश में शरण लेनी पड़ी. उनकी फुटबॉल और क्रिकेट टीम की ज्यादातर खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में जाकर बस गई हैं. पत्र में आगे कहा गया है, ''हम ICC से ऑस्ट्रेलिया में शरणार्थी टीम बनाने में मदद करने का आग्रह करते हैं.'' पत्र में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि भले ही उन्हें फिलहाल ACB से मान्यता नहीं मिल रही हो, लेकिन वे उन अफगानी युवतियों को खोजने और उन्हें प्रशिक्षित करने का अवसर चाहते हैं, जो उच्चतम स्तर पर क्रिकेट खेलने का सपना देखती हैं.


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महिला क्रिकेट को मान्यता क्यों नहीं?


बता दें कि जब तक अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड उन्हें फिर से राष्ट्रीय टीम के रूप में मान्यता नहीं देता, तब तक ICC अफगानिस्तान की महिला क्रिकेट को मान्यता नहीं दे सकेगा. ICC के नियमों के अनुसार, प्रत्येक सदस्य देश में पुरुष और महिला टीम होनी चाहिए. हालांकि, फिलहाल अफगानिस्तान में केवल पुरुष टीम ही है. उल्लेखनीय है कि तालिबान द्वारा महिला खेल टीमों को मान्यता नहीं देने के फैसले का हवाला देते हुए ऑस्ट्रेलिया ने दो बार अफगानिस्तान की पुरुष टीम के साथ द्विपक्षीय सीरीज खेलने से इनकार कर दिया था.