India vs West Indies 1st Test: भारत और वेस्टइंडीज के बीच सीरीज का पहला टेस्ट मैच डोमिनिका के विंडसर पार्क में खेला जा रहा है. इस मैच में विंडीज टीम के कप्तान क्रेग ब्रैथवेट ने टॉस जीता और बल्लेबाजी का फैसला किया. मेजबान टीम 150 रन ही बना पाई. इसके बाद भारतीय टीम ने 4 विकेट खोने तक 356 रन का बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया था, जिसमें डेब्यूटेंट यशस्वी जायसवाल (171) का शतक अहम रहा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रोच ने भेजा पवेलियन


पारी के 130वें ओवर के लिए केमार रोच (Kemar Roach) को गेंद थमाई गई. विंडीज टीम के कप्तान क्रेग ब्रैथवेट (Kraigg Brathwaite) का ये फैसला एकदम सही साबित हुआ और रोच ने ओवर की पहली ही गेंद पर बड़ा विकेट हासिल किया. रहाणे महज 11 गेंद खेल पाए और 3 रन बनाकर चलते बने. रोच के इस ओवर में कोई रन भी नहीं बना और ये मेडन-विकेट ओवर रहा. 


किसी को नहीं हुआ यकीन


सीनियर बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) को इस सीरीज में उप-कप्तान बनाया गया है लेकिन जिस तरह का शॉट उन्होंने खेला और आसानी से जैसे अपना विकेट केमार रोच को गिफ्ट किया, वो सभी को हैरान करने वाला रहा. रहाणे के इस तरह के शॉट पर किसी को यकीन नहीं हुआ क्योंकि वह हाल में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (WTC Final-2023) में टीम इंडिया के लिए टॉप स्कोरर थे. सभी को उम्मीद थी कि रहाणे बड़ी पारी खेलेंगे लेकिन उन्होंने इस तरह निराश किया. वह खुद निराशा में पवेलियन लौटे.


यशस्वी ने किया कमाल


इस मैच में युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल ने कप्तान रोहित शर्मा के साथ पारी का आगाज किया. यशस्वी के लिए ये मैच इसलिए भी खास है क्योंकि इसी से उन्होंने इंटरनेशनल डेब्यू किया. यशस्वी ने रोहित के साथ 229 रनों की ओपनिंग पार्टनरशिप निभाई. रोहित ने 103 रन बनाए. यशस्वी को पारी के 126वें ओवर की आखिरी गेंद पर अल्जारी जोसेफ ने पवेलियन भेजा. उन्हें जोशुआ डा सिल्वा ने कैच किया. यशस्वी जब आउट हुए तो टीम इंडिया का स्कोर 350 रन हो चुका था. यशस्वी ने 387 गेंदों का सामना किया और 171 रन बनाने के लिए 16 चौके, 1 छक्का जड़ा.