पोचेफस्ट्रम (दक्षिण अफ्रीका): आईसीसी अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में रविवार को बांग्लादेश ने मौजूदा चैंपियन भारत को डकवर्थ लुइस नियम के तहत तीन विकेट से हराकर पहली बार चैम्पियन बनने का गौरव हासिल किया. इस हार के साथ ही भारत का पांचवी बार विश्व चैंपियन बनने का सपना बिखर गया. बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करते हुए भारत को 47.2 ओवर में 177 रन पर ऑलआउट कर दिया. फिर 23 गेंद शेष रहते डकवर्थ लुइस नियम के तहत सात विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया.


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फाइनल में भारतीय टीम का प्रदर्शन बहुत ही निराशाजनक रहा. यशस्वी जायसवाल (88 रन), तिलक वर्मा (38 रन) और ध्रुव जुरेले (22 रन) के अलावा कोई भी भारतीय बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर सका. भारतीय टीम की गेंदबाजी भी बहुत लचर रही. गेंदबाजों ने 33 अतिरिक्त रन लुटाए. भारत की ओर से रवि बिश्नोई ने 10 ओवर में 30 रन देकर सर्वाधिक चार विकेट लिए.


भारत से मिले 178 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश को प्रवेज हुसैन इमोन (47) और तांजीद हसन (17) ने पहले विकेट के लिए 50 रन की साझेदारी करके अच्छी शुरुआत दी. इसके बाद बांग्लादेश ने अगले 52 रन के अंदर अपने छह विकेट गंवा दिए. 102 रन तक अपने छह विकेट गंवाने के बाद बांग्लादेश की सारी उम्मीदें अब इमोन और कप्तान अकबर अली (नाबाद 43) पर टिकी हुई थी. इमोन और अली के बीच सातवें विकेट के लिए 41 रनों की साझेदारी से बांग्लादेश ने फिर मैच में अपनी पकड़ बनाई. हालांकि, यशस्वी जायसवाल ने गेंदबाजी में भी कमाल करते हुए इमोन को आउट करके भारत को फिर से मैच में वापसी करा दी. इमोन ने 79 गेंदों पर सात चौके लगाए. 


इमोन के आउट होने के बाद अब बांग्लादेश की पूरी उम्मीदें कप्तान अली पर जा टिकी. इसके बाद मैच में बारिश आ गई और खेल को कुछ समय के लिए रोक देना पड़ा लेकिन खेल जब दोबारा शुरू हुआ तो बांग्लादेश को 30 गेंदों पर सात रन का संशोधित लक्ष्य दिया और जिसे उसने 23 गेंद शेष रहते हासिल कर लिया. अली ने राकिबुल हसन (नाबाद 9) के साथ मिलकर अपनी टीम को तीन विकेट से जीत दिलाकर पहली बार उसे चैम्पियन बना दिया. अली ने 77 गेंदों पर चार चौके और एक छक्का लगाया. 


मैच के बाद बांग्लादेश के कप्तान अकबर अली ने कहा, "जब मैं मिडिल में बल्लेबाजीके लिए गया, तब हमें भागीदारी की जरूरत थी. मैंने अपने पार्टनर से यही कहा कि वे विकेट न गंवाएं. प्लान बहुत सिंपल था. हमें पता था कि भारत हमें आसानी से नहीं जीतने देगा. हमें यह भी पता था कि लक्ष्य का पीछा करना बहुत मुश्किल होगा. पूरे टूर्नामेंट के दौरान बहुत ही मुश्किल से मुझे मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी का मौका मिला."


अली ने आगे कहा, "सपना साकार हुआ. यह सब कठिन मेहनत का परिणाम है जो हम पिछले दो साल से कर रहे थे. हमारे कुछ गेंदबाज इमोशनल हो गए थे. जो कुछ हुआ, वह नहीं होना चाहिए था. मैं भारतीय खिलाड़ियों को बधाई देना चाहता हूं. उन्होंने पूरे टूर्नामेंट के दौरान शानदार प्रदर्शन किया."