Sachin Tendulkar left handed Batting : 'गॉड ऑफ क्रिकेट' कहे जाने वाले भारतीय दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के क्रिकेट के मैदान से जुड़े कई किस्से हैं. उन्होंने क्रिकेट में जो उपलब्धियां अपने नाम की वो अतुल्नीय हैं. दाएं हाथ के इस महान बल्लेबाज के नाम ढेरों क्रिकेट रिकॉर्ड्स हैं. बहुत कम लोगों को यह पता होगा कि 100 शतक जड़ने वाले दुनिया के इकलौते बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने बाएं हाथ से भी बैटिंग की है और सिर्फ बैटिंग ही नहीं, उन्होंने 6 छक्के जड़े हैं और तो और वर्ल्ड कप के दौरान. चलिए जानते हैं इस पूरे किस्से के बारे में कि आखिर कब ऐसा हुआ.


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जब लेफ्टी बैटिंग करने लगे मास्टर-ब्लास्टर


दरअसल, वनडे वर्ल्ड कप 2011 के दौरान सचिन तेंदुलकर को बाएं हाथ से बैटिंग करते हुए देखा गया. भारत ने इस टूर्नामेंट की शुरुआत जीत के साथ की. पहले मैच में बांग्लादेश को 87 रन से रौंदा. दूसरे मुकाबले से पहले प्रैक्टिस के दौरान सचिन तेंदुलकर ने तब सबको हैरानी में डाल दिया जब वह लेफ्टी बैटिंग करने लगे. यह देखकर सब अचंभित थे कि आखिर हो क्या रहा है. बेंगलुरु के एम चिन्नासवामी स्टेडियम में तेंदुलकर ने बाएं हाथ से बल्लेबाजी की. सिर्फ बैटिंग ही नहीं उन्होंने लगातार छक्के जड़ना शुरू कर दिया.


जड़ दिए 6 छक्के


तेंदुलकर बाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हुए टीम के कुछ साथी और स्थानीय गेंदबाजों का सामना कर रहे थे. उन्होंने ग्लव्स भी नहीं पहने थे, जबकि अन्य सभी बल्लेबाजों अपने क्रिकेटिंग गियर पहने हुए थे. तेंदुलकर ने जब पहली गेंद का सामना किया तो नजारा देखना लायक था. बाएं हाथ से बल्ला पकड़े सचिन ने पहली ही गेंद बाउंड्री के बाहर पहुंचा दी. यह छक्का था. तेंदुलकर यहीं नहीं रुके उन्होंने छक्कों में डील करना शुरू कर दिया. 8 गेंदों का सामना करते हुए तेंदुलकर ने 6 गेंदों को सीधा स्टैंड्स में पहुंचाया. 


इंग्लैंड के खेमे में मचा हड़कंप


सचिन तेंदुलकर को बाएं हाथ से बैटिंग करना न्यूज हेडलाइंस बन गया और यह जब इंग्लैंड टीम ने देखा तो उसके खेमे में हड़कंप मच गया. ऐसा इसलिए क्योंकि भारत का अगला मैच इंग्लैंड से ही होना था. इंग्लैंड के खिलाड़ी और कोचिंग स्टाफ ये ढूंढने में लग गए कि बाएं हाथ से छक्के बरसाने वाले सचिन तेंदुलकर अगर मुकाबले में भी ऐसे बैटिंग करने लगे तो कैसे आउट करेंगे. हालांकि, भारत और इंग्लैंड के बीच हुआ वर्ल्ड कप मुकाबला टाई रहा. तेंदुलकर ने इस मुकाबले में 120 रन की बड़ी शतकीय पारी खेली थी.