Dangerous Fight in Cricket History: क्रिकेट के इतिहास में हमने मैदान में हमने कई कंट्रोवर्सिल लड़ाईयां देखने को मिली. कभी किसी ने बल्ला पटका तो कभी बीच मैदान में गाली-गलौज. लेकिन इस लिस्ट में एक ऐसी लड़ाई भी दर्ज है जिसका किस्सा सुनकर ही रूह कांप उठती है. ये लड़ाई इतनी भयानक थी कि मुकाबला ही समय से पहले बंद करना पड़ गया था. वहीं, खिलाड़ी मैदान से तितर-बितर होते नजर आ रहे थे. 


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टीम इंडिया के खिलाड़ी का ठनका माथा


हम जिस लड़ाई की बात कर रहे हैं वो इंटरनेशनल में नहीं बल्कि दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) के मुकाबले में हुई. इस मैच में टीम इंडिया के उस प्लेयर का माथा ठनका जिसका करियर बेहद छोटा रहा. साल 1988 में डेब्यू करने वाले राशिद पटेल ने टूर्नामेंट अपना आपा ही खो दिया. राशिद का टीम इंडिया के लिए डेब्यू बेहद खराब रहा, न उनके हाथ विकेट लगा न ही खाता खोलने में कामयाब हुए थे. दलीप ट्रॉफी में उनकी लड़ाई रमन लांबा से हुई थी. 


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स्टंप लेकर मारने को दौड़े


1990-91 में जमशेदपुर में नॉर्थ जोन और वेस्‍ट जोन के बीच दिलीप ट्रॉफी का फाइनल मैच खेला जा रहा था. इस मुकाबले को भारतीय घरेलू क्रिकेट के ब्लैक चैप्टर के रूप में जाना जाता है. राशिद पटेल और रमन लांबा के बीच हुआ विवाद इतना भयावह साबित हुआ कि मैच को तय समय से पहले ही रोकना पड़ा. राशिद ने स्‍टंप से लांबा पर को पीटने की कोशिश की थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विवाद की वजह राशिद की बॉलिंग थी. राशिद लगातार ‘डेंजर एरिया’ में जा रहे थे, जिसका बल्लेबाज रमन लांबा ने विरोध किया था.


फैंस ने भी की पत्थराबाजी


रमन लांबा के विरोध पर दोनों के बीच तीखी बहस हुई. जिसके चलते राशिद लांबा को स्टंप लेकर मारने दौड़ पड़े. बीचबचाव में नॉर्थ जोन के अजय जडेजा को भी स्‍टंप से चोट लगी थी. प्‍लेयर्स को लड़ता देख फैंस भी भड़के और पत्थरबाजी की. जिसके चलते भारतीय दिग्गज विनोद कांबली को भी को भी चोट लगी थी. राशिद पर 13 महीने का बैन लगा था जबकि लांबा को 10 महीने के लिए बैन कर दिया गया था. इस विवाद के चलते राशिद पटेल काफी चर्चा में रहे.