Don Bradman: क्रिकेट जगत में कई रिकॉर्ड्स बनते हैं कई टूटते हैं. लेकिन एक दौर था जब बिना सेफ्टी के बल्लेबाज गेंदबाजों का सामना करते थे. उस दौर में डॉन ब्रैडमैन ने कई रिकॉर्ड्स बनाए और आज उन्हें क्रिकेट का सिकंदर कहें तो गलत नहीं होगा.'बल्ले का जादूगर', 'क्रिकेट की दुनिया का बॉस', 'द डॉन' जैसे शब्द ब्रैडमैन को कहें तो गलत नहीं होगा. ब्रैडमैन जो सिर्फ एक बल्लेबाज नहीं, बल्कि क्रिकेट के इतिहास में एक ऐसे लीजेंड हैं. उनका जन्म 27 अगस्त को 1908 में हुआ था.


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औसत छूता था आसमान
 
डॉन ब्रैडमैन की महानता को मापने के लिए कोई पैमाना हमारे पास नहीं है. महान बल्लेबाजों की भीड़ में इकलौते 'सर्वकालिक महानतम' बल्लेबाज. उनका औसत आसमान छूता था. उन्होंने 99.94 की टेस्ट औसत रखने वाले डॉन ब्रैडमैन, एक ऐसे बल्लेबाज जिनके आउट होने पर लंदन के अखबारों में सनसनी के लिए इतना लिखना काफी था कि 'आखिर...वह आउट हो गए.' ब्रैडमैन के लिए मानो क्रिकेट की एक छोटी सी बॉल किसी फुटबॉल सरीखी थी. जिसे बल्ले से मारना बच्चों का खेल हो. उन्होंने गेंदबाजों के साथ अपनी शानदार तकनीक से खिलवाड़ कर दिया. 


1928 में किया था डेब्यू


डॉन ब्रैडमैन ने 1927 में न्यू साउथ वेल्स के लिए अपना डेब्यू किया. तब तक ब्रैडमैन पहले ही उस असाधारण प्रतिभा की झलक दिखा चुके थे जो जल्द ही क्रिकेट की दुनिया को मोहित कर देने वाली थी. मात्र 20 साल की उम्र में उन्होंने 1928 में ब्रिस्बेन में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया. डेब्यू मैच में वह फ्लॉप रहे लेकिन 1930 की एशेज सीरीज में उन्होंने पांच टेस्ट मैचों में 974 रन बनाकर खुद को विश्व मंच पर स्थापित किया.


कैसा रहा करियर? 


ब्रैडमैन को अपनी विशेष कृपा देने के बावजूद 100 की औसत के 'परफेक्शन' से दूर रह गए. यह विडंबना ही थी उस ओवल टेस्ट में महानतम ब्रैडमैन बगैर खाता खोले आउट हो गए और 99.94 की औसत टेस्ट प्रेमियों के मन-मस्तिष्क पर हमेशा के लिए छप गई. क्रिकेट उस्ताद सर डोनाल्ड ब्रैडमैन कुल 55 टेस्ट मैच खेले और 6,996 रन बनाए. कुल 29 सेंचुरी के साथ उनका टॉप स्कोर 334 रन रहा. ब्रैडमैन ने भारत के खिलाफ सिर्फ पांच मैच खेले, जिसमें 178 के औसत से 715 रन बनाकर चार शतक लगाए. इनमें एक दोहरा शतक है.