England Bazball Game Explainer: इंग्लैंड टीम इन दिनों अपने घर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज सीरीज खेल रही है. इंग्लैंड की टीम ने पिछले कुछ समय में टेस्ट क्रिकेट की परीक्षा बदली बदल दी है. टेस्ट क्रिकेट हमेशा ही धैर्य के साथ खेला जाता था. लेकिन इंग्लैंड अब टेस्ट क्रिकेट में 'बैजबॉल गेम' ले आया है. इंग्लैंड ने टेस्ट क्रिकेट में भी तेजी से रन बनाने शुरू कर दिए हैं. जिसने हर किसी हो हैरान कर दिया है. चलिए आपको बताते हैं कि 'बैजबॉल गेम' क्या है और इसकी शुरुआत किसने की है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या है बैजबॉल गेम?


टेस्ट क्रिकेट में भी टी20 के अंदाज में धमाकेदार तरीके से रन बनाने को 'बैजबॉल गेम' (Bazball) कहा जाता है. 'बैजबॉल गेम' का मतलब ही होता है कि बगैर विकेट की चिंता किए बल्लेबाज तूफानी अंदाज में रन बनाए. इंग्लैंड की टीम ने ही इस फॉर्मूले की शुरुआत की है. बैजबॉल के आने से टेस्ट क्रिकेट फिर से आकर्षण का केंद्र बनने लगा है. 'बैजबॉल गेम' के फॉर्मूले के साथ इंग्लैंड टीम ने पिछले 1 साल में काफी शानदार प्रदर्शन भी किया है.


इंग्लैंड की टीम को मिली काफी सफलता


पिछले एक साल में हमने इंग्लैंड के लगभग सभी मैचों में यह 'बैजबॉल गेम' (Bazball) देखा है. इंग्लैंड की टीम में ये बदलाव कीवी टीम के पूर्व विकेटकीपर बैटर ब्रैंडम मैकुलम के इंग्लिश टीम के कोच और बेन स्टोक्स के कप्तान बनने के बाद देखने को मिला है. इंग्लैंड ने स्टोक्स की कप्तानी में अभी तक 14 टेस्ट मैचों में से 11 में जीत दर्ज की है. इन सभी मैचों में इंग्लैंड ने 'बैजबॉल गेम' के फॉर्मूले के साथ ही क्रिकेट खेला है.


कहां से आया बैजबॉल गेम का नाम


ब्रैंडम मैकुलम भी अपने समय में जब क्रिकेट खेलते थे तो वो अपने आक्रामक अंदाज के लिए जाने जाते थे. तब उनका निकनेम 'बैज' था.
बैज के साथ इंग्लैंड ने बॉल शब्द जोड़ते हुए बैजबॉल (Bazball) शब्द को इजाद किया. मतलब साफ है कि बैज का मतलब मैकुलम का निकनेम और बॉल का मतलब उनके खेलने के अंदाज से है. मैकुलम का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट में भी अटैकिंग बैटिंग कर मुकाबले को अपने पक्ष में किया जा सकता है. हालांकि एशेज सीरीज के पहले मैच में इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 2 विकेट से हार का सामना करना पड़ा है.