भीड़ अच्छे हैं... खचाखच भरी ट्रेनों से रेलवे हुआ मालामाल, 1 महीने में टिकटों से कर ली ₹12000 करोड़ की कमाई
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भीड़ अच्छे हैं... खचाखच भरी ट्रेनों से रेलवे हुआ मालामाल, 1 महीने में टिकटों से कर ली ₹12000 करोड़ की कमाई

दिवाली-छठ से पीक सीजन में भले ही आपने टिकटों की मारामारी झेली हो, ट्रेनों में खचाखच भीड़ की वजह से दिक्कत झेली हो, लेकिन रेलवे के लिए ये भीड़ अच्छे हैं. ट्रेनों की इस भीड़ से रेलवे की झोली भर दी है. रेलवे के सिर्फ फेस्टिव सीजन में टिकट बेचकर 12000 करोड़ रुपये की कमाई कर दी है.

भीड़ अच्छे हैं... खचाखच भरी ट्रेनों से रेलवे हुआ मालामाल, 1  महीने में टिकटों से कर ली ₹12000 करोड़ की कमाई

Indian Railway: दिवाली-छठ से पीक सीजन में भले ही आपने टिकटों की मारामारी झेली हो, ट्रेनों में खचाखच भीड़ की वजह से दिक्कत झेली हो, लेकिन रेलवे के लिए ये भीड़ अच्छे हैं. ट्रेनों की इस भीड़ से रेलवे की झोली भर दी है. रेलवे के सिर्फ फेस्टिव सीजन में टिकट बेचकर 12000 करोड़ रुपये की कमाई कर दी है. खुद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ये आंकड़ें जारी किए हैं, जिसके मुताबिक इस फेस्टिव सीजन (Festive Season 2024) भारतीय रेलवे (Indian Railway) को 12,159.35 करोड़ रुपये की कमाई हुई है. खासबात ये कि ये कमाई सिर्फ टिकटों की बुकिंग से हुई है.  

रेलवे की रिकॉर्ड कमाई 

फेस्टिवल सीजन में रेलवे में टिकट बिक्री के जरिये 12,159.35 करोड़ रुपये की कमाई की है. भारतीय रेलवे को यह कमाई इस साल 1 सितंबर 2024 से 31 अक्टूबर 2024 के बीच हुआ है.  यह जानकारी केंद्र रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में दिया था.  उन्होंने बताया कि भारतीय रेलवे ने इस साल 1 सितंबर से 31 अक्टूबर तक के त्योहारी सीजन के दौरान टिकट बिक्री से 12,159.35 करोड़ रुपये की कमाई की. 

त्योहारी सीजन में बढ़ी डिमांड  

दो महीने की अवधि में गणेश चतुर्थी, दशहरा और दीपावली जैसे त्योहार थे, इस दौरान ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिली. 
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में टिकट बिक्री से राजस्व के बारे में जोन वाइज आंकड़े साझा किए. रेल मंत्री द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 1 सितंबर से 10 नवंबर के बीच 143.71 करोड़ यात्रियों ने ट्रेन से यात्रा की. सेंट्रल जोन में 31.63 करोड़ यात्री आए, जो यात्रियों की सबसे बड़ी संख्या रही. पश्चिमी जोन 26.13 करोड़ यात्रियों के साथ दूसरे स्थान पर रहा, जबकि पूर्वी जोन 24.67 करोड़ यात्रियों के साथ तीसरे स्थान पर रहा.  दक्षिण-पूर्व मध्य जोन में सबसे कम 1.48 करोड़ यात्रियों ने यात्रा की. 

7,663 एडिशनल स्पेशल ट्रेनों की पड़ी जरूरत  

रेलवे ने फेस्टिव सीजन की भीड़ को देखते हुए 1 अक्टूबर से 30 नवंबर तक 7,663 एडिशनल स्पेशल ट्रेन शुरू करने की घोषणा की, जो 2023 की इसी अवधि की तुलना में 73 प्रतिशत अधिक है. पिछले साल इस अवधि के दौरान 4,429 एडिशनल स्पेशल ट्रेन चलाई गई थी. इन स्पेशन ट्रेन के जरिए 24 अक्टूबर से 4 नवंबर तक दीपावली और छठ के दौरान 957.24 लाख नॉन-सबअर्बन यात्रियों को उनके गंतव्य स्थान पर पहुंचाया गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 923.33 लाख यात्रियों को यात्रा करवाई गई थी, जो 33.91 लाख यात्रियों की वृद्धि दर्शाता है.  

4 नवंबर को 1.2 करोड़ यात्री  

अकेले 4 नवंबर को 1.2 करोड़ से अधिक यात्रियों ने ट्रेन से यात्रा की, जिसमें 19.43 लाख रिजर्व और 1.01 करोड़ से अधिक अनरिजर्व नॉन-सबअर्बन यात्री शामिल थे, जो कि 2024 के लिए अब तक की सबसे ज्यादा एक दिवसीय यात्रियों की संख्या थी. इस महीने की शुरुआत में जारी रेलवे बोर्ड के बयान के अनुसार, यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए 3 नवंबर को 207 और 4 नवंबर को 203 स्पेशन ट्रेन चलाई गईं. 
 

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