नई दिल्ली: टीम इंडिया के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) आज अपना 32वां बर्थडे मना रहे हैं. उनका जन्म 6 दिसंबर 1988 को गुजरात (Gujarat) के जामनगर (Jamnagar) में हुआ था. उन्होंने भारत के लिए 49 टेस्ट, 168 वनडे और 50 टी-20 इंटरनेशल मैच खेला है. फिलहाल वो सिर में चोट लगने की वजह से ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ टी-20 सीरीज से बाहर हो गए हैं.

 

साल 2009 में रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने टीम इंडिया (Team India) की तरफ से डेब्यू किया था, तब से लेकर अब तक वो अपने गेंद और बल्ले से इंटरनेशनल क्रिकेट में छाप छोड़ते आए हैं. हम यहां उन चुनिंदा मैचों का जिक्र कर रहे हैं जिसमें वो टीम इंडिया के लिए संकटमोचक साबित हुए थे.

 


 

साल 2014 में न्यूजीलैंड के खिलाफ (IND vs NZ)

ऑकलैंड में खेले गए इस वनडे मैच में भारत को जीत के लिए 315 रन बनाने थे. लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया 6 बल्लेबाज 184 रन के स्कोर पर पवेलियन वापस लौट गए थे. इस मैच में जडेजा ने 66 रन की पारी खेली थी और रविचंद्रन अश्विन के साथ मिलकर 85 रन की अहम पार्टनरशिप की. भारत और न्यूजीलैंड के बीच ये मैच ड्रॉ हो गया और जडेजा को 'मैन ऑफ द मैच' अवॉर्ड से नवाजा गया.

 

साल 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ (IND vs ENG)

मोहाली टेस्ट में जब भारत और इंग्लैंड की टीम आमने-सामने थी. टीम इंडिया की पहली पारी में 204 रन के स्कोर पर 6 विकेट गिर चुके थे और अभी भी वो इंग्लैंड से 77 रन पीछे थी. तब रवींद्र जडेजा ने शानदार 90 रन की पारी खेली और रविचंद्रन अश्विन के साथ मिलकर टीम के स्कोर को 417 रन पर पहुंचा दिया. इस तरह भारत को 134 रन की लीड हासिल हुई. जडेजा को इस पारी की बदौलत 'मैन ऑफ द मैच' अवॉर्ड दिया गया. भारत ने ये मैच 8 विकेट से जीत लिया था.


 

साल 2020 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ (IND vs AUS)

ताजा मामला 4 दिसंबर को खेले गए टी-20 मैच का है. पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया के 5 विकेट 92 रन के स्कोर पर गिर चुके थे. ऐसे में रवींद्र जडेजा ने एक बार फिर मोर्चा संभाला और 23 गेंदों में 5 चौके और 1 सिक्स की मदद से 44 रन बनाए. इस तरह टीम इंडिया ने निर्धारित 20 ओवर में 161/7 का स्कोर बनाया. इसके जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम 20 ओवर में 150 रन ही बना सकी. भारत ने ये मैच 11 रन से जीता. इस कामयाबी में जडेजा ने अहम योगदान दिया, हालांकि वो सिर पर चोट लगने की वजह से बॉलिंग नहीं कर पाए थे.