Ranji Trophy: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने हाल ही में बॉर्डर गावस्कर सीरीज के लिए टीम इंडिया का ऐलान किया. इस सीरीज में कई युवा प्लेयर्स को मौका मिला, जिसमें से एक नाम हर्षित राणा का भी था. ये वो युवा खिलाड़ी जिसको इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए उसके पिता ने रातों की नींद कुर्बान कर दी. हर्षित राणा पिता और सेलेक्टर्स की उम्मीदों पर खरे भी उतरते नजर आ रहे हैं. उन्होंने रणजी ट्रॉफी में अपने हरफनमौला प्रदर्शन से खूब सुर्खियां बटोरी. 


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हर्षित राणा ने खूब किया संघर्ष


हर्षित राणा का इस मुकाम तक पहुंचने का सफर आसान नहीं रहा. शुरुआती दौर में वह चोटों का शिकार होते रहे. उस दौरान उन्हें पिता प्रदीप राणा ने खूब सपोर्ट किया. लगातार उन्होंने बेटे का हौसला बनाए रखा और अब दोनों का सपना साकार होने वाला है. नितीश ने इंडियन एक्सप्रेस पर पिता को लेकर कहा, 'मेरे पिता का सपना है कि वह मुझे इंग्लैंड में खेलते हुए देखें. लेकिन मैं हमेशा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना चाहता था क्योंकि मैं स्वभाव से प्रतिस्पर्धी हूं और ऑस्ट्रेलिया भी उसी तरह का क्रिकेट खेलता है. मैं इस दौरे का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं.'


मैं उनका हमेशा आभारी हूं- हर्षित


हर्षित राणा ने आगे कहा, 'मैं उनका आभारी रहूंगा. जब मैं चोटों के कारण निराश था, तो उन्होंने ही मुझे आगे बढ़ने के लिए मुझे टूटने नहीं दिया और हौसला बनाए रखा. वह हमेशा मुझसे कहते थे कि अगर यह आज नहीं हुआ, तो कल होगा और अगर कल नहीं हुआ, तो परसों होगा. भले ही यह कभी न हो, फिर भी उन्हें मेरी कड़ी मेहनत पर हमेशा गर्व रहा. मेरे लिए उनके शब्द बहुत मायने रखते हैं.'


रणजी में शानदार प्रदर्शन


आईपीएल 2024 में अपनी गेंदबाजी से हर्षित ने सभी का ध्यान अपने प्रदर्शन से खींचा था. उन्होंने टीम की खिताबी जीत में भी अहम भूमिका निभाई. अब सेलेक्शन के बाद भी हर्षित का बेहतरीन प्रदर्शन जारी है. उन्होंने दिल्ली की तरफ से खेलते हुए असम के खिलाफ 5 विकेट झटके और 59 रन की बेहतरीन पारी भी खेली. वहीं, दलीप ट्रॉफी में भी हर्षित ने 8 विकेट लेकर खलबली मचा दी थी.