ICC का भेदभाव! किसी भारतीय खिलाड़ी को 2021 की वनडे टीम के लायक नहीं समझता?
आईसीसी ने साल 2021 की अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम चुनी है. इस टीम में पाकिस्तान के बल्लेबाज बाबर आजम को कप्तान बनाया गया है. वहीं, एक भी भारतीय को जगह नहीं मिली है.
नई दिल्ली: आईसीसी ने साल 2021 की सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग इलेवन चुनी है. इसमें पाकिस्तानी खिलाड़ियों की बल्ले-बल्ले हो गई है. पाकिस्तान के बाबर आजम को कप्तान बनाया गया है. वहीं, फखर जमां को चुना गया है. हैरानी की बात ये है कि लिस्ट में किसी भी भारतीय को नहीं चुना गया है. जबकि टीम इंडिया में रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे धाकड़ बल्लेबाज मौजूद हैं. इस टीम में ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज का भी कोई खिलाड़ी शामिल नहीं है.
पाकिस्तान के बाबर आजम बने कप्तान
पाकिस्तान के बाबर आजम को टीम का कप्तान बनाया गया है, जिसमें फखर जमां के रूप में एक अन्य पाकिस्तानी शामिल है. साउथ अफ्रीका के जानेमन मलान और रासी वान डर डुसेन, बांग्लादेश के शाकिब अल हसन, मुस्ताफिजुर रहमान और मुशफिकुर रहीम (विकेटकीपर), श्रीलंका के वानिंदु हसरंगा और दुशमंत चमीरा तथा आयरलैंड के पॉल स्टर्लिंग और सिमी सिंह को इस टीम में शामिल किया गया है.
भारत का कोई भी खिलाड़ी शामिल नहीं
आईसीसी द्वारा चुनी हुई वनडे टीम में कोई भी भारतीय खिलाड़ी शामिल नहीं है. भारत ने साल 2021 में केवल छह वनडे खेले और चार में जीत हासिल की. उसने इस बीच 50 ओवरों की दो सीरीज खेली. उसने इंग्लैंड को स्वदेश में तीन मैचों की सीरीज में 2-1 से हराया और फिर श्रीलंका दौरे में इसी अंतर से जीत दर्ज की थी. श्रीलंका में खेली गई सीरीज में सीनियर खिलाड़ी शामिल नहीं थे. आईसीसी की वर्ष की टीम में एक भी भारतीय खिलाड़ी न होने का मतलब खराब प्रदर्शन के बजाय कम मैच खेलना है क्योंकि भारत ने 2021 में खेली गयी दोनों सीरीज जीती थी.
सीनियर खिलाड़ी थे बाहर
विराट कोहली, केएल राहुल और रोहित शर्मा जैसे बल्लेबाजों ने वर्ष 2021 में केवल तीन वनडे मैच खेले और यही स्थिति प्रमुख गेंदबाजों की भी रही जिन्होंने सभी छह मैच नहीं खेले. भुवनेश्वर कुमार पांच मैचों में खेले, जिनमें उन्होंने नौ विकेट लिए. वर्ष 2021 में भारत के सभी छह वनडे में खेलने वाले एकमात्र खिलाड़ी शिखर धवन थे, जिन्होंने छह मैचों में 297 रन बनाए. वर्ष की टीम में जगह बनाने के लिये अंक हासिल करने होते हैं और उसके लिये प्रभावशाली प्रदर्शन करना होता है. उदाहरण के लिए आयरलैंड के स्टर्लिंग ने वर्ष 2021 में 14 मैचों में 79.66 की औसत से 705 रन बनाये थे और इसलिए उन्हें टीम में जगह मिली.