IND vs AUS, 2023: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज में रोमांच अपने चरम पर है. इसी बीच टीम इंडिया के एक खिलाड़ी को लेकर भारत के दो दिग्गज ट्विटर पर आपस में भिड़ गए. टीम इंडिया के खिलाड़ी को लेकर हुए एक कमेंट ने इस ट्विटर वॉर के दौरान आग में घी डालने का काम किया है. दरअसल, भारत के दो दिग्गज क्रिकेटर्स के बीच ट्विटर पर तीखी बहस का ऐसा दौर शुरू हुआ, जिसने सोशल मीडिया पर अचानक सनसनी मचाकर रख दी. 


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टीम इंडिया के इस खिलाड़ी के लिए आपस में भिड़े भारत के 2 दिग्गज


दरअसल, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज पर पैनी नजर बनाने वाले पूर्व भारतीय क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद और आकाश चोपड़ा ट्विटर पर आपस में भिड़ गए. टीम इंडिया के बल्लेबाज केएल राहुल ट्विटर पर वेंकटेश प्रसाद और आकाश चोपड़ा के बीच तीखी बहस की बड़ी वजह बने हैं. 


इस बात ने किया आग में घी डालने का काम


दरअसल, वेंकटेश प्रसाद ने केएल राहुल को बार-बार टीम इंडिया में मौके दिए जाने को लेकर भारतीय टीम मैनेजमेंट पर पक्षपात के आरोप लगाए हैं. वेंकटेश प्रसाद ने ट्विटर पर लिखा, 'एक ऐसे खिलाड़ी के साथ बने रहना जो खराब फॉर्म में है, टीम मैनेजमेंट की कमजोरी को दिखाता है. भारत के लिए टॉप ऑर्डर में पिछले 20 सालों में किसी भी टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज ने इतनी कम औसत से इतने सारे टेस्ट मैच नहीं खेले हैं.'



वेंकटेश प्रसाद ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा, 'टैलेंटेड बल्लेबाजों को प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिल रही है. शिखर धवन का टेस्ट औसत 40 से ज्यादा है. मयंक अग्रवाल का औसत 41 से ज्यादा है. मयंक अग्रवाल के नाम दो दोहरे शतक भी हैं. शुभमन गिल शानदार फॉर्म में हैं और सरफराज खान का कभी न खत्म होने वाला इंतजार. कई टैलेंटेड बल्लेबाजों को लगातार नजरअंदाज किया गया है.'



वेंकटेश प्रसाद ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा, 'राहुल को टीम इंडिया में चुना जाना न्याय के प्रति विश्वास को हिला देता है. शिवसुंदर दास में काफी संभावनाएं थीं. ऐसा ही सदगोपन रमेश के साथ था. दोनों के औसत 38 से ज्यादा के थे, लेकिन 23 टेस्ट से आगे नहीं खेल पाए. राहुल को लगातार चुनना भारत में बल्लेबाजी टैलेंट की कमी का दिखाता है, जो सच नहीं है. पिछले 5 साल में 47 पारियों में उनका औसत 27 से नीचे है.'



वेंकटेश प्रसाद ने फिर एक और ट्वीट करते हुए लिखा, 'मेरे अनुसार केएल राहुल मौजूदा समय में भारत के 10 बेहतरीन ओपनिंग बल्लेबाजों में से शुमार नहीं हैं, लेकिन उसे लगातार मौके दिए जा रहे हैं. कुलदीप यादव जैसे खिलाड़ियों ने 'मैन ऑफ द मैच' प्रदर्शन किया और अगले मैच में बाहर हो गए. केएल राहुल किसी भी तरह से लंबी रेस का घोड़ा नहीं हैं.'



इसी बीच वेंकटेश प्रसाद के लगातार ट्वीट के बाद आकाश चोपड़ा ट्वीट करते हुए लिखते हैं, 'वेंकी भाई, टेस्ट मैच चल रहा है. कम से कम दोनों पारियों के खत्म होने का इंतजार तो कर लीजिए. हम सभी एक ही टीम यानी टीम इंडिया से हैं. मैं आपको अपने विचारों को वापस लेने के लिए नहीं कह रहा हूं, लेकिन समय बेहतर हो सकता है. आखिर यह खेल कुल मिलकर 'टाइमिंग' का ही है.'



आकाश चोपड़ा के ट्वीट ने आग में घी का काम कर दिया है. वेंकटेश प्रसाद ने आकाश चोपड़ा को जवाब देते हुए लिखा, 'ईमानदारी से कहूं तो कोई फर्क नहीं पड़ता, आकाश. मेरे अनुसार यह उचित आलोचना है, चाहे वह दूसरी पारी में अर्धशतक ही क्यों न बना लें. मैच के बीच या मैच के बाद यहां अप्रासंगिक है. यूट्यूब पर आपके प्यारे वीडियो के लिए शुभकामनाएं, मैं उसका आनंद लेता हूं.'



वेंकटेश प्रसाद ने इसके बाद आकाश चोपड़ा पर नाम लिए बगैर निशाना साधते हुए लिखा, 'कुछ लोग सोच रहे हैं कि केएल राहुल से मेरी कुछ निजी दुश्मनी है. वास्तव में ऐसा नहीं है. मैं उनके अच्छे फॉर्म में लौटने की कामना करता हूं और इस तरह की फॉर्म में खेलने से उनका आत्मविश्वास कभी नहीं बढ़ने वाला था. अब जबकि घरेलू सीजन समाप्त हो गया है, तो उन्हें इंग्लैंड काउंटी क्रिकेट खेलनी चाहिए. वहां से वह फॉर्म हासिल कर सकते हैं. पुजारा ने भी ऐसा किया था, लेकिन क्या उनके लिए आईपीएल को छोड़ना संभव होगा.'



बेहद फ्लॉप साबित हो रहा ये खिलाड़ी 


केएल राहुल ने 47 टेस्ट मैच खेल लिए हैं और उनका बल्लेबाजी औसत 30-35 के बीच है. एक ओपनर का टेस्ट में ऐसा औसत बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है. बता दें कि केएल राहुल ने पिछली 10 टेस्ट पारियों में 8, 12, 10, 22, 23, 10, 2, 20, 17 और 1 रन के स्कोर ही बनाए हैं. इस भारतीय सलामी बल्लेबाज ने 2022 में चार टेस्ट मैचों में 17.13 की औसत से केवल 137 रन बनाए हैं. ऐसे में उनका इस प्रदर्शन के दम पर ज्यादा दिन भारतीय टीम में टिक पाना मुमकिन नहीं होगा. 


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