Ind vs Aus: इंदौर टेस्ट में भारत की तोड़ दी कमर, 15 दिन में मचा दिया क्रिकेट जगत में तहलका!
Ind vs Aus: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा टेस्ट मैच शुरू हो चुका है. यह मुकाबला इंदौर के होलकर क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है. पहले दो टेस्ट मैच जीतकर टीम इंडिया इस सीरीज में 2-0 से आगे है. हालांकि, तीसरे टेस्ट में भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही.
Matthew Kuhnemann: इंदौर टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में वापसी करने के संकेत दिए हैं. टेस्ट मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम पूरी तरह से भारत पर हावी रही. पहले ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों की नाक में दम कर दी और 109 रनों पर टीम को समेट दिया. इसके बाद बल्लेबाजी में भी ऑस्ट्रेलिया ने 47 रनों की अहम लीड ले ली है. पहले दिन का स्टार रहा 26 साल का वो खिलाड़ी जिसने मात्र 15 दिनों में डेब्यू से लेकर क्या कुछ नहीं हासिल कर लिया.
टीम इंडिया को कर दिया तहस नहस
26 साल के मैथ्यू कुहनेमैन ऑस्ट्रेलिया टीम के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं. जब ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत के बल्लेबाजों को रोकने में नाकाम रही थी तब इस गेंदबाज ने भारत के बड़े-बड़े धुरंधर बल्लेबाजों को अपनी फिरकी में फसा लिया. तीसरे टेस्ट के पहले दिन भारतीय टॉप ऑर्डर की कमर तोड़ने में कुहनेमैन का बड़ा योगदान रहा. उन्होंने करियर बेस्ट स्पेल डालते हुए मात्र 16 रन देकर भारत के 5 बल्लेबाजों को आउट किया. इसमें रोहित शर्मा, शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर के विकेट भी शामिल थे.
मात्र 15 दिन में स्टार बन गया ये खिलाड़ी
बता दें, कि कुहनेमैन का करियर वर्षों पुराना नहीं है. उन्होंने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे यानि दिल्ली टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के लिए डेब्यू किया. एश्टन एगर की जगह उन्हें टीम में मौका मिला था. डेब्यू मैच में उन्होंने 2 विकेट लिए थे लेकिन तीसरे टेस्ट में उन्होंने वो कर दिया जो बड़े बड़े गेंदबाज नहीं कर पाते. अपने डेब्यू टेस्ट में विराट कोहली का विकेट और दूसरे ही टेस्ट मैच में रोहित शर्मा, श्रेयस अय्यर जैसे बड़े बल्लेबाजों से लेकर टेस्ट क्रिकेट में 5 विकेट हॉल लेने तक उन्होंने सब कर दिखाया. यही कारण है कि ये खिलाड़ी मात्र 15 दिनों में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट का स्टार बन गया है.
अश्विन-जडेजा को मानते हैं आदर्श
कुहनेमैन ने बताया है कि वह रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा को अपना आदर्श मानते हैं. उन्होंने कहा कि मैं जडेजा-अश्विन को पिछले कुछ सालों से गेंदबाजों करते देख रहा हूं और उनसे बहुत कुछ सीख भी रहा हूं. मेरे अच्छे प्रदर्शन का श्रेय भारत को जाता है क्योंकि मैं और टॉड मर्फी करीब छह महीने पहले एमआरएफ दौरे के लिए भारत आए थे. यही कारण है कि मैं यहां अच्छा प्रदर्शन कर पा रहा हूं.
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