IND vs AUS: मेलबर्न टेस्ट के बीच आई दुखद खबर! काली पट्टी बांधकर उतरे टीम इंडिया के खिलाड़ी
IND vs AUS: मेलबर्न टेस्ट के बीच एक बुरी खबर सामने आई है. टीम इंडिया के खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में जारी बॉक्सिंग डे टेस्ट के दूसरे दिन काली पट्टी बांधकर उतरे हैं. टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक जताने के लिए काली पट्टी बांधी है.
IND vs AUS: मेलबर्न टेस्ट के बीच एक बुरी खबर सामने आई है. टीम इंडिया के खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में जारी बॉक्सिंग डे टेस्ट के दूसरे दिन काली पट्टी बांधकर उतरे हैं. टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक जताने के लिए काली पट्टी बांधी है. बता दें कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हो गया. वह 92 साल के थे.
काली पट्टी बांधकर उतरे टीम इंडिया के खिलाड़ी
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी चौथे टेस्ट के दूसरे दिन टीम इंडिया ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए बांह पर काली पट्टियां पहनीं. डॉ. मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक लगातार दो बार भारत के प्रधानमंत्री रहे थे. बीसीसीआई ने एक बयान जारी करते हुए लिखा, 'टीम इंडिया के खिलाड़ी पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की याद में शोक के तौर पर काली बांह की पट्टियां पहन रही है, जिनका निधन हो गया.'
मनमोहन सिंह को दिया जाता है आर्थिक सुधारों का श्रेय
प्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह को 1991 के आर्थिक सुधारों का नेतृत्व करने का श्रेय दिया जाता है. मनमोहन सिंह ने भारत को एक गंभीर वित्तीय संकट से उबरने में मदद की. डॉ. मनमोहन सिंह की नीतियों ने आर्थिक उदारीकरण की शुरुआत की, जिसने बाद के दशकों में भारत के तेज आर्थिक विकास की नींव रखी.
कैसे हुई मनमोहन सिंह का निधन?
बता दें कि डॉ. मनमोहन सिंह को गुरुवार रात को गंभीर हालत में रात करीब साढ़े आठ बजे एमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था. एम्स ने एक बुलेटिन में कहा था कि 26 दिसंबर को ‘उनका आयु संबंधी चिकित्सा उपचार जारी था और वह घर पर अचानक बेहोश हो गए.’ एम्स ने कहा था, ‘उन्हें घर पर तत्काल होश में लाने के प्रयास किए गए. उन्हें रात आठ बजकर छह मिनट पर दिल्ली एम्स लाया गया. तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें होश में नहीं लाया जा सका और रात 9.51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.’