Ashwin 100th Test: इंग्लैंड के खिलाफ धर्मशाला में होने वाला पांचवां टेस्ट भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के लिए खास होने वाला है. यह उनके करियर का 100वां टेस्ट मैच होगा. अश्विन ने 2011 में टेस्ट डेब्यू किया था. अब 13 साल बाद वह खास उपलब्धि हासिल करने वाले हैं. भारत का यह स्पिनर 100  टेस्ट खेलने वाला देश का 14वां क्रिकेटर बन जाएगा. इस मैच से पहले उन्होंने अपने करियर के बारे में एक बड़ा खुलासा किया. अश्विन ने बताया कि वह एक बार टीम से बाहर होने वाले थे. 


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इंग्लैंड से हार ने करियर को बदला


अश्विन ने खुलासा किया है कि इंग्लैंड के खिलाफ 2012 की घरेलू सीरीज में हार उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ थी. एक अद्भुत सबक था जिसने उन्हें सुधार करने में मदद की. अश्विन 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में चौथे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे. हालांकि, उन्होंने  52.64 की औसत से 737 रन दिए थे. सीरीज में उनका बेस्ट परफॉर्मेंस 80 रन देकर 3 विकेट था. तब एलिस्टर कुक और केविन पीटरसन ने रनों का अंबार लगा दिया था.


अश्विन को लेकर उठे थे सवाल


इंग्लैंड सीरीज में 2-1 से जीता था. उसके बाद से भारतीय टीम अपने घरेलू मैदान पर एक भी टेस्ट सीरीज नहीं हारी है. उस समय टीम में अश्विन की जगह को लेकर सवाल उठ रहे थे. हालांकि, भारतीय स्पिनर ने जल्द ही खुद को टेस्ट टीम में मुख्य खिलाड़ी के रूप में स्थापित कर लिया और हाल ही में 500 विकेट के आंकड़े को पार किया. धर्मशाला में टेस्ट मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में अश्विन ने कहा कि 2012 की सीरीज ने उन्हें एक अद्भुत सबक दिया कि उन्हें किन क्षेत्रों में सुधार करने की जरूरत है और कहां उन्हें खुद को सही करना है.


5 प्रतिशत सुधार करने का सबक मिला


अश्विन ने कहा, "इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू जमीन पर सीरीज मेरे लिए निर्णायक मोड़ साबित हुआ. कुक और पीटरसन बहुत रन बना रहे थे. मुझे बाहर किए जाने की चर्चाएं चल रही थीं. यह मेरे लिए 5 प्रतिशत सुधार करने का अद्भुत सबक था. मुझे पता था कि क्या सही करना है.'' अश्विन ने 100वें टेस्ट को लेकर कहा कि यह देखने और सुनने में एक बड़ा अवसर है.


परिवार को लेकर क्या कहा?


अश्विन ने कहा, ''100वां टेस्ट मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन मेरे परिवार के लिए और भी अधिक मायने रखता है. यह मेरे पिता, मां, पत्नी और यहां तक कि मेरे बच्चों के लिए भी अधिक मायने रखता है. मेरे बच्चे टेस्ट को लेकर अधिक उत्साहित हैं. एक खिलाड़ी की यात्रा के दौरान परिवार को बहुत कुछ सहना पड़ता है. मेरे पिता अभी भी 40 से अधिक कॉल का जवाब देते हैं कि उनके बेटे ने खेल के दौरान क्या किया. देखने और सुनने से यह एक बड़ा अवसर है. यह यात्रा विशेष रही है.''