IND vs NZ: 2001 के बाद पहली बार हुआ ऐसा, रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत पर लगा एक और `धब्बा`
भारत और न्यूजीलैंड के बीच जारी टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में टीम इंडिया पहली पारी में 156 रन पर सिमट गई. इसके साथ ही रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत के नाम एक अनचाहा रिकॉर्ड दर्ज हो गया.
IND Vs NZ 2nd Test: बेंगलुरु टेस्ट मैच में मिली 8 विकेट से हार के बाद टीम इंडिया के नाम कई शर्मनाक रिकॉर्ड हुए. अब दूसरे टेस्ट की पहली पारी में 156 रन पर सिमटने के बाद भारतीय टीम के नाम एक अनचाहा रिकॉर्ड दर्ज हो गया. भारत-न्यूजीलैंड के बीच जारी दूसरे टेस्ट की पहली पारी में टीम इंडिया के बल्लेबाजों से निराशाजनक प्रदर्शन देखने को मिला, जिसके चलते पूरी टीम सिर्फ्र 156 रनों पर ही ढेर हो गई. भारतीय बल्लेबाज कीवी स्पिनर मिचेल सेंटनेर से मिली चुनौती का सामना नहीं कर सके. इस स्पिनर ने अपनी फिरकी के जादू से 7 बल्लेबाजों का शिकार किया. बाएं हाथ के स्पिनर सेंटनेर ने 19.3 ओवर में 53 रन देकर 7 विकेट लिए.
2001 के बाद पहली बार हुआ ऐसा...
दरअसल, भारत के 156 रनों पर ऑलआउट होने के साथ ही न्यूजीलैंड को अपनी पहली पारी में बनाए 259 रनों के आधार पर 103 रनों की बढ़त मिली. बेंगलुरु टेस्ट मैच में भी कीवी टीम ने पहली पारी के आधार पर 356 रनों की लीड ली थी. 2001 के बाद से ऐसा पहली बार हुआ है जब भारत के खिलाफ उसी के घर घर में खेलते हुए किसी मेहमान टीम ने लगातार दो टेस्ट में 100+ रन की बढ़त ली है. आखिर बाद यह 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुआ था. जब वानखेड़े में 173 रन और ईडन गार्डन्स में 274 रन से मेहमान टीम ने बढ़त ली थी.
टेस्ट में भारत के खिलाफ न्यूजीलैंड बॉलर्स के सर्वश्रेष्ठ आंकड़े
10/119 - एजाज पटेल, वानखेड़े 2021
7/23 - रिचर्ड हैडली, वेलिंगटन 1976
7/53 - मिशेल सैंटनर, पुणे 2024 *
7/64 - टिम साउदी, बेंगलुरु 2012
7/65 - साइमन डॉल, वेलिंगटन 1998
भारत की फ्लॉप बैटिंग
पहले दिन एक विकेट गंवाने के बाद दूसरे दिन के पहले ही सेशन की शुरुआत से ही भारतीय बल्लेबाजी लड़खड़ा गई. मिचेल सैंटनर ने अपनी फिरकी में भारतीय बल्लेबाजों को ऐसे फंसाना शुरू किया कि टीम को ऑलआउट करके ही रुके. उनकी गेंदों पर शुभमन गिल (30), विराट कोहली (1), सरफराज खान (11), रवींद्र जडेजा (38) जैसे धाकड़ बल्लेबाज आउट हुए. सैंटनर के अलावा ग्लेन फिलिप्स ने यशस्वी जायसवाल (30) और ऋषभ पंत (18) का बड़ा विकेट चटकाकर भारत की मुश्किलें बढ़ाईं.