Gavaskar Statement On India Winning Possibilities: पूर्व महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर का मानना है कि भारत ने ऑस्ट्रेलिया के निचले क्रम को अहम रन जोड़ने का मौका देकर पांच मैचों की सीरीज के चौथे टेस्ट मैच को जीतने की अपनी संभावनाओं को कम कर लिया है. ऑस्ट्रेलिया ने एक समय 156 रन पर आठ विकेट गंवा दिये थे, लेकिन टीम ने बॉक्सिंग डे टेस्ट के चौथे दिन का समापन 9 विकेट पर 228 रन पर किया. टीम की कुल बढ़त 333 रन की हो गयी है. इससे यह मैच रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है.


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'भारत ने मौका गंवा दिया'


गावस्कर ने 'इंडिया टुडे' कहा, 'मुझे लगता है कि भारत ने मौका गंवा दिया. टी ब्रेक तक निश्चित रूप से भारत का पलड़ा भारी था. इसके बाद (पैट) कमिंस, (नाथन) लियोन और (स्कॉट) बोलैंड ने वास्तव में भारतीय गेंदबाजों को निराश किया.' उन्होंने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया ने 333 रन की बढ़त हासिल कर ली है, इससे भारत के लिए मैच जीतना काफी मुश्किल हो गया है.'


पुछल्ले बल्लेबाजों ने दिखाया दम


ऑस्ट्रेलिया के 8वें, 10वें और 11वें क्रम के बल्लेबाजों ने लगभग 35 ओवर खेले. इसमें कमिंस (90 गेंदों में 41 रन), लियोन (54 गेंदों में नाबाद 41 रन) और बोलैंड (65 गेंदों में नाबाद 10 रन) ने टीम की दूसरी पारी में अहम योगदान दिया.  गावस्कर ने कहा कहा, 'हम अगर निचले क्रम के बल्लेबाजों को जल्दी आउट करते तो हमें 260-270 रन के लक्ष्य का पीछा करना होता और शायद रविवार को एक घंटे की बल्लेबाजी में हमने 30-40 रन बना लिये होते.' 


भारत जीत सकता है मैच


गावस्कर ने कहा, 'हमें अब आखिरी विकेट लेने पर ध्यान देना होगा, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया खुद से इतनी जल्दी पारी नहीं घोषित करेगा.' यह पूछे जाने पर कि क्या भारत अब भी इस मैच को जीत सकता है, गावस्कर ने कहा, 'हमने 2021 में गाबा में आखिरी दिन 329 रन का पीछा किया था. इसके लिए हमें अच्छी शुरुआत की जरूरत होगी. हमें उस तरह की शुरुआत की जरूरत होगी जैसा की वीरेंद्र सहवाग टीम को दिलाते हैं.'


पंत को लेकर दिया बयान


गावस्कर ने ऋषभ पंत के 'बेवकूफाना शॉट' वाले बयान का बचाव करते हुए कहा कि वह निराश थे, क्योंकि ऐसा लग रहा था कि पंत का अहंकार हावी हो गया था. गावस्कर ने 'एबीसी स्पोर्ट' से कहा, 'जब मैं ऋषभ पंत जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी को वह शॉट खेलते हुए देखता हूं तो मुझे उस पहले शॉट से कोई परेशानी नहीं हुई, जो उसने खेला और चूक गया. मेरे परेशान होने का कारण यह था कि उस अहंकार या अति आत्मविश्वास हावी हो गया था.' 


उन्होंने आगे कहा, 'इसी तरह के शॉट खेलने की कोशिश में वह इससे पहले वाली गेंद पर चोटिल था. वह दिखाना चाहते थे कि कौन असली 'बॉस' है. ऑस्ट्रेलिया ने उस शॉट के लिए दो फील्डर्स लगा रखे थे और यह बड़ा मैदान है. यहां छक्का लगाना इतना आसान नहीं है.' गावस्कर ने कहा कि उन्होंने पंत को कुछ शानदार पारियां खेलते हुए देखा है, खासकर ऑस्ट्रेलिया में. उन्होंने कहा कि उस समय वह शॉट खेलना सही नहीं था.