Intelligence Police in Prayagraj Mahakumbh 2025: प्रयागराज में होने जा रहे महाकुंभ में कोई पुलिसकर्मी साधु बना है तो कोई अघोरी के रूप में है. आखिर पुलिसकर्मी अपनी खाकी वर्दी छोड़कर ऐसी ड्यूटी क्यों कर रहे हैं.
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Deployment of Anti-Drone System in Prayagraj Mahakumbh 2025: यूपी के प्रयागराज में 12 साल बाद शुरू होने जा रहे महाकुंभ में आतंकी कोई वारदात न कर दें, इसे देखते हुए पुलिस ने कई स्तरों पर चौकसी के इंतजाम किए हैं. पुलिस ने अपने कई जवानों को भेष बदलकर ड्यूटी में उतार दिया है. कोई पुलिसकर्मी संत बनकर धूनी रमा रहा है तो कोई किसी संत का सेवक बनकर अवांछित लोगों पर नजर रख रहा है. वहीं कोई पुलिसकर्मी रसोइया बनकर गलत लोगों की टोह लेने में जुटा है.
कुंभ में पुलिस ने बनाया संतों का भेष
आईबी और लोकल उत्तर प्रदेश इंटेलिजेंस की रिपोर्ट है कि साधु संत के भेष में खलल डालने वाले एक्टिव हो सकते हैं. लिहाजा इनको चिन्हित करने और सुरक्षा की बागडोर समुचित बनाए रखने के लिए अलग-अलग भेष में पुलिस तैनात है. किसी पुलिसकर्मी ने भगवा ओढ़ रखा है तो किसी ने अघोरी का भेष बना रखा है. कोई संत का कामगार तो कोई मददगार बन बैठा है और सुरक्षा से जुड़ी एक-एक जानकारी पुलिस के अधिकारियों भेज रहा है.
अवांछित लोगों पर रख रहे नजर
जिसको जैसा सूट कर रहा है, उस पुलिस कर्मी ने कड़ाके की ठंड में वैसा ही भेष बनाकर मोर्चा संभाला हुआ है. उनसे मिलने वाली खुफिया रिपोर्ट के आधार पर महाकुंभ पुलिस कदम उठा रही है. चूंकि साधु-संतों के 13 अखाड़ों पर ज्यादा खतरा बताया जा रहा है. इसलिए खुफिया पुलिस के जवान भी संत के भेष में, बाबरची बनकर, चपरासी बनकर या सफाई कर्मी बनकर वहां ड्यूटी कर रहे हैं.
खतरा कितना भी बड़ा हो योगी फोर्स पूरी तरह से तैयार है. महाकुंभ में आने वाले करोड़ों भक्तों की हर खतरे से रक्षा करने की गारंटी यूपी पुलिस की है. चाहे वो खतरा जमीन से हो या आसमानी. प्रयागराज में आसमानी दुश्मनों को ढेर करने के लिये योगी फोर्स ने एक ब्रह्मास्त्र तैनात किया है. जो आसमान में बिना इजाजत दाखिल होने वाले किसी भी खतरे को तबाह कर देगा.
मचानों पर बैठे हैं स्नाइपर्स
जमीन पर कमांडो, मचान पर स्नाइपर, घोड़ों पर योगी फोर्स. चप्पे-चप्पे पर चौकसी तो वहीं आसमानी हमले से निपटने की तैयारी. महाकुंभ में ड्रोन हमला हुआ तो आसमान से ड्रोन सीधे जमीन पर गिरेगा. महाकुंभ के आसमान में खतरा देखते ही एंटी ड्रोन सिस्टम एक्टिव हो जाएगा. मान लीजिए कि कोई संदिग्ध ड्रोन आसमान में ट्रेस किया गया तो एंटी ड्रोन सिस्टम तरंगों के जरिये अनजान ड्रोन पर रेडियो फ्रीक्वेंसी से अटैक करेगा. जिसके बाद उस ड्रोन का अपने रिमोट से कनेक्शन टूट जाएगा और वो अपने आप जमीन पर धराशायी हो जाएगा.
महाकुंभ के एसएसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि इस सिस्टम की रेंज करीब-करीब 10 किलोमीटर तक होगी. दस किलोमीटर के रेडियस में तो हम ड्रोन्स पहचान लेंगे कि वो कहां पर उड़ रहे हैं और 4 किलोमीटर के एरिया में उन्हें हम कंट्रोल कर सकते हैं. महाकुंभ में मौजूद एंटी ड्रोन सिस्टम का रियलिटी चेक ज़ी मीडिया की टीम ने किया.
एंटी ड्रोन सिस्टम की तैनाती
हमने महाकुंभ में अखाड़ों के बीच ड्रोन को उड़ाने की कोशिश की. इस ड्रोन के लिये महाकुंभ पुलिस से परमिशन नहीं ली गई थी. इसलिये ड्रोन मुश्किल से 20 फीट की ऊंचाई तक उड़ पाया. इसके बाद एंटी ड्रोन सिस्टम ने इस पर अदृश्य अटैक किया. उसके बाद ज़ी मीडिया की टीम का ड्रोन वापस जमीन पर आ गया.
बिना परमीशन के उड़ान भरने वाला ड्रोन देखते ही एंटी ड्रोन ने अटैक करके इसकी बैटरी को डिस्चार्ज कर दिया. जिसके बाद ये ड्रोन जमीन पर लैंड होने के लिए मजबूर हो गया. अब आप समझिये कि ये सिस्टम कैसे काम करता है. प्रयागराज मेला क्षेत्र में जैसे ही कोई ड्रोन या क्वॉडकॉप्टर आसमान में उड़ान भरेगा तो ये सिस्टम अपने आप उसकी पहचान करेगा. अगर ड्रोन के पास उड़ने की इजाजत नहीं होगी तो उसपर ऐसा अटैक करेगा जो आंखों से देखा नहीं जा सकता पर ड्रोन को जमीन पर ले आएगा.
बिना इजाजत मत उड़ा लेना ड्रोन वरना
महाकुंभ एरिया में ड्रोन उड़ाने के लिये पुलिस को ड्रोन की पूरी जानकारी देने के बाद ही एंटी ड्रोन सिस्टम से उड़ने का परमिट मिलेगा. जिसके पास ये इजाजत नहीं होगी. वो एंटी ड्रोन सिस्टम के चक्रव्यूह में फंसेगा ही फंसेगा.
प्रयागराज महाकुंभ में सुरक्षा का चक्रव्यूह बनाया गया है. पूरे प्रयागराज महाकुंभ में चार अलग-अलग एंटी ड्रोन सिस्टम एक्टिव किए गए हैं. जो 24 घंटे आसमान में किसी को मडराने नहीं देंगे. बिना अनुमति के... पहली बार महाकुंभ में ऐसा सिस्टम डेवलप किया गया है जो ड्रोन को उड़ने नहीं देगा. बिना परमिशन के एंटी ड्रोन सीधा पहचान कर ड्रोन पर अटैक करेगा. क्या है पुलिस का चक्रव्यूह का चौका, चलिए हम समझते हैं आपको.