मैदान पर स्लेजिंग के ‘खेल’ के कारण भी रोमांच पैदा करती है भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज, जानिए 7 रोचक किस्से
ऑस्ट्रेलिया को स्लेजिंग का मास्टर माना जाता है. ऑस्ट्रेलियाई टीम क्रिकेट तो शानदार खेलती ही है. साथ ही विपक्षी टीमों को स्लेजिंग का शिकार भी बनाती है.
नई दिल्ली : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मुकाबला बुधवार यानि 21 नवंबर से शुरू होने जा रहा है. तकरीबन दो महीने तक चलने वाली इस सीरीज का आगाज टी-20 मैच के साथ ब्रिस्बेन में होगा. ऑस्ट्रेलिया रवाना होने से पहले विराट कोहली ने कहा था कि मुझे लगता कि यह (छींटाकशी नहीं की नीति) उनका बेहद निजी मामला है. लेकिन जब मैदान पर बहस में शामिल होने या जिसे लोग झगड़ा नाम दे देते हैं, उसकी बात है तो मुझे इस तरह की किसी कहासुनी के बिना खेलना अच्छा लगेगा. विराट ने कहा था कि मैं खुद की स्थिति से खुश हूं. मुझे निजी तौर पर अब इस बारे में सोचने की जरूरत नहीं है. मेरे कहने का मतलब है कि मुझे अपनी क्षमताओं पर पूरा भरोसा है. मैं बिना किसी प्रेरणा के खेल सकता हूं. अपने करियर के शुरुआती वर्षों के दौरान मुझे जो अहसास होता था वे बेहद अपरिपक्व चीजें थी.
हालांकि, ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस को इस पर विश्वास नहीं है. उन्होंने कहा कि भारतीय कप्तान की छींटाकशी के लिए उनके खिलाड़ियों को तैयार रहना चाहिए. कमिंस ने कहा कि मैंने उन्हें मीडिया से ऐसी बातें करते हुए सुना है कि वे छींटाकशी नहीं करेंगे लेकिन वह ऐसा नहीं करते हैं तो मुझे हैरानी होगी. अब इस मुकाबले में स्लेजिंग होगी या नहीं, यह तो अभी नहीं कहा जा सकता लेकिन स्लेजिंग के मामले में भारत और ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड काफी खराब रहा है.
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जबरदस्त प्रतियोगिता रहती है. पिछले कुछ सालों में दोनों के बीच यादगार मुकाबले देखे गए हैं. मजेदार बात है कि उनके बीच यह मुकाबले सिर्फ बल्ले और गेंद के बीच ही नहीं होता बल्कि स्लेजिंग के मामले में भी होता है. ऑस्ट्रेलिया को स्लेजिंग का मास्टर माना जाता है. ऑस्ट्रेलियाई टीम क्रिकेट तो शानदार खेलती ही है. साथ ही विपक्षी टीमों को स्लेजिंग का शिकार भी बनाती है.
भारत और ऑस्ट्रेलिया की प्रतिद्वंद्विता ने स्लेजिंग के कई वाकये देखे हैं. ऑस्ट्रेलिया स्लेजिंग करता है तो इंडियंस भी उसका अपनी तरह जवाब देते हैँ. आइए एक नजर डालते हैं स्लेजिंग की ऐसी ही 7 घटनाओं परः
हरभजन सिंह और एंड्रयू साइमंड्स 'मंकीगेट' विवाद
जनवरी, 2008 में भारत के ऑस्ट्रेलिया टूर के दौरान हरभजन सिंह और एंड्रयू साइमंड्स के बीच 'मंकीगेट' विवाद को कभी नहीं भूला जा सकता. सिडनी टेस्ट के दौरान साइमंड्स ने हरभजन सिंह पर नस्लीय कमेंट करने का आरोप लगाया था। इसके लिए उन पर लेवल 3 के चार्ज लगाए गए। उन्हें तीन टेस्ट मैचों के लिए बैन किया गया और 50 फीसदी मैच फीस का जुर्माना भी लगाया गया। हरभजन पर बैन लगने से टीम इंडिया के कई खिलाड़ी नाराज हुए। बाद में सचिन तेंदुलकर की गवाही के बाद जज हेनसन ने हरभजन पर लगा बैन हटा लिया। इस विवाद के बाद दोनों टीमों में जबर्दस्त तनाव पैदा हो गया था। बाद में साइमंड्स को अपना आरोप वापस लेना पड़ा था.
विराट कोहली और जेम्स फॉकनरः
ऑस्ट्रेलिया के जिंदादिल ऑलराउंडर जेम्स ने फॉकनर ने विराट से कुछ कहा था. ये दोनों देशों के बीच तीसरा वनडे था. कोहली 73 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे. कोहली ने करारा जवाद देते हुए कहा, तुम अपना समय बर्बाद कर रहे हो. इस पर बात करने की कोई जरुरत नहीं है. मैं अपने जीवन में तुम्हारी गेंदों पर भरपूर रन बनाए हैं. जाओ और गेंदबाजी करो. कोहली ने फॉकनर को गेंदबाजी की तरफ जाने का इशारा किया. कोहली ने इस मैच में 117 रनों की पारी खेली. फॉकनर ने सचमुच गलत आदमी को छेड़ दिया था.
सचिन तेंदुलकर और ग्लेन मैक्ग्रा:
तेज गेंदबाज मैक्ग्रा के बारे में कहा जाता है कि वह हमेशा ही बल्लेबाज को एक दो शब्द कह दिया करते थे. वह इसका लिए विपक्षी टीम के बेस्ट बल्लेबाज को चुनते थे. उनके और बैटिंग मास्टर सचिन के बीच ऐसे ही कुछ मौके आए जिन्हें क्रिकेट प्रेमी कभी नहीं भूल सकते. 2000 में एक ऐसा मौका आया जब आईसीसी नॉकआट ट्रॉफी में सचिन जबरदस्त फॉर्म में थे और मैक्ग्रा की जमकर पिटाई कर रहे थे. वह हर तरफ शॉट्स खेल रहे थे. मैक्ग्रा के कुछ कहने पर अमूमन शांत रहने वाले सचिन ने बल्ले सी ही उन्हें जवाब दिया. और उनकी गेंदों पर और भी अधिक आक्रामक हो गए. फैन्स इसे कभी नहीं भूल सकते.
शिखर धवन और शेन वॉटसनः
मजबूत कदकाठी वाला ऑस्ट्रेलियन ऑलराउंडर शेन वॉटसन से हो सकता है वर्तमान टीम के बहुत से क्रिकेटर वाकिफ न हों, लेकिन वह ऐसे ऑलराउंडर रहे हैं जो विपक्षी टीम के खिलाड़ियों को कुछ भी कहने से गुरेज नहीं करते थे. मैदान पर वह कई गर्मागरम बहसों में शामिल रहे. 2013 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे मुकाबला था. शिखर धवन बल्लेबाजी कर रहे थे और दूसरे बाएं हाथ के बल्लेबाज सुरेश रैना बल्लेबाजी करने आए थे. वॉटसन ने धवन को कुछ कहा. इसके बाद वॉटसन को मैच के दौरान ही चोट लग गई थी. धवन ने चोट के दौरान उनके एक्सप्रेशन की नकल उतारी. बाद में रैना ने भी ऐसा ही किया. वॉटसन ने भी इसी तरह नकल की और इस तरह दोनों खिलाड़ी इस गर्मागरम बहस में शामिल हो गए हैं.
रोहित शर्मा और डेविड वॉर्नरः
दोनों टीमों के ओपनरों के बीच यह एक दुखद किस्सा था. मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर 2015 में दोनों टीमों के बीच वनडे मुकाबला था. रोहित शर्मा ने ओवर थ्रो पर एक रन लिया. विकेटकीपर ब्रेड हेडिन थ्रो को पकड़ नहीं पाए थे. वॉर्नर इस बीच रोहित शर्मा से उलझ गए. उन्होंने हेडिन को कहा, रोहित से अंग्रेजी में बात करो. वॉर्नर की इस बात के लिए हर जगह आलोचना हुई. वॉर्नर यहां गलत थे. बाद में वॉर्नर ने यह स्वीकार किया कि उन्हें इसमें नहीं उलझना चाहिए थे. बाद में अंपायरों को इस मामले में दखल देना पड़ा.
विराट कोहली और मिशेल जॉनसनः
पूर्व ऑस्ट्रेलियन तेज गेंदबाज और इंडियन क्रिकेट के पोस्टर ब्वॉय विराट कोहली के बीच भी एक शब्द युद्ध हुआ था. 2014 में टेस्ट सीरीज के दौरान जॉनसन ने कुछ कहा तो विराट ने भी अपने हिसाब से उन्हें जवाब दिया. विराट कोहली का पूरी सीरीज में जॉनसन पर दबदबा बना रहा. 2015 के आईसीसी वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में विराट जॉनसन की एक गेंद पर आउट हो गए. हाल ही में संन्यास ले चुके जॉनसन और कोहली टि्वटर पर भी वाकयुद्ध में उलझ चुके हैं.
गौतम गंभीर और शेन वॉटसन
2008 में ऑस्ट्रेलिया का भारत दौरा बड़े विवादों से दूर रहा. दिल्ली टेस्ट के दौरान एक ऐसी घटना हुई, जिससे दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच काफी विवाद हुआ. टेस्ट मैच के दौरान गौतम गंभीर को कंगारुओं ने अपनी स्लेजिंग का शिकार बनाया, खासकर ऑलराउंडर शेन वाटसन ने. इससे नाराज गंभीर ने दो रन लेने के दौरान वॉटसन को कोहनी मार दी थी. उन्होंने ऐसा जानबूझकर किया था, इसका कोई सबूत नहीं था. लेकिन मैच रेफरी ने मामले पर कार्रवाई की और दोहरा शतक जड़ने वाले गंभीर को अगले मैच के लिए बैन कर दिया गया.