IND vs AUS, Test: टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को दिल्ली में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में 6 विकेट से मात देकर चार मैचों की बॉर्डर गावस्कर सीरीज में 2-0 से बढ़त बना ली है. चार मैचों की इस बॉर्डर गावस्कर सीरीज में अब ऑस्ट्रेलिया के लिए टीम इंडिया को हराना मुमकिन नहीं होगा. इंदौर में 1 मार्च से शुरू होने वाला तीसरा टेस्ट मैच जीतकर भारत इस सीरीज पर कब्जा जमा लेगा. भारत इसके अलावा 7 जून से शुरू होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल के लिए भी क्वालीफाई कर लेगा.


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जडेजा नहीं, बल्कि ये खिलाड़ी था 'मैन ऑफ द मैच' का असली दावेदार


ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस टेस्ट मैच में 26 रन बनाने के अलावा 10 विकेट लेने वाले रवींद्र जडेजा को 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया, लेकिन आपको जानकर ये हैरानी होगी कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल्ली में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में रवींद्र जडेजा नहीं, बल्कि टीम इंडिया का एक अन्य खिलाड़ी ही 'मैन ऑफ द मैच' का असली हकदार था, लेकिन रवींद्र जडेजा के जलवे के सामने उस खिलाड़ी के प्रदर्शन की चमक फींकी पड़ गई. वह खिलाड़ी नहीं होता तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल्ली टेस्ट मैच में भारत की हार लगभग तय थी. 


सरेआम हो गई नाइंसाफी 


टीम इंडिया के इस खिलाड़ी के साथ सरेआम नाइंसाफी हो गई. भारत को अपने दम पर जीत दिलाने वाले इस स्टार खिलाड़ी को 'मैन ऑफ द मैच' नहीं चुना गया. टीम इंडिया का ये धाकड़ खिलाड़ी और कोई नहीं बल्कि ऑलराउंडर अक्षर पटेल हैं. अक्षर पटेल अगर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी में 74 रन नहीं बनाते और आर अश्विन के साथ 114 रनों की पार्टनरशिप नहीं करते तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल्ली टेस्ट मैच में भारत की हार लगभग तय थी. 


टीम इंडिया को हार के जबड़े से खींचने का काम किया 


पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के 263 रनों के स्कोर के जवाब में एक समय टीम इंडिया के 139 रनों पर 7 विकेट गिर चुके थे. ऑस्ट्रेलिया यहां से टीम इंडिया को 160 रनों पर ऑलआउट करके 100 से ज्यादा रनों की बढ़त आराम से ले सकता था, लेकिन आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे अक्षर पटेल ने 74 रनों की पारी खेलकर और आर अश्विन के साथ 114 रनों की पार्टनरशिप कर भारत की मैच में वापसी करा दी. ऑस्ट्रेलिया जहां पहली पारी में 100 से ज्यादा रनों की बढ़त हासिल करते हुए नजर आ रहा था, उसे सिर्फ 1 रन की ही मामूली बढ़त मिली. 


भारत को एकतरफा हार से बचा लिया 


अक्षर पटेल अगर 74 रनों की पारी नहीं खेलते तो ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 100 से ज्यादा रनों की बढ़त आराम से मिल जाती. ऑस्ट्रेलिया अगर चौथी पारी में भारत के सामने 250 रनों का टारगेट रख देता तो टीम इंडिया की हार तय थी. टीम इंडिया को हार के जबड़े से खींचने का काम अक्षर पटेल ने 74 रनों की पारी खेलकर किया है. अक्षर पटेल की वजह से ही टीम इंडिया का पहली पारी में स्कोर 262 रनों तक पहुंचा था. 262 रनों का स्कोर बनाने के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया को लड़ने का मौका मिला, नहीं तो उसे दूसरे टेस्ट मैच में एकतरफा हार भी मिल सकती थी. 


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