Ind vs Aus test series: भारत के खिलाफ खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज से पहले ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज को भारतीय पिचों का डर सता रहा है. ऑस्ट्रेलिया के युवा तेज गेंदबाज लांस मौरिस ने भारतीय पिचों पर गेंदबाजी करने को चुनौतीपूर्ण माना है. उनका कहना है कि आगामी बॉर्डर गावस्कर सीरीज में भारत के मैदानों में गेंदबाजी करना कठिन होगा. हालांकि, उन्होंने कहा कि ये मौका उनके लिए सीखने के लिहाज से बेहतर साबित होगा.


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पैट कमिंस की कप्तानी में ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलने के लिए यहां पहुंच चुकी है. 9 फरवरी से महाराष्ट्र के नागपुर में सीरीज का पहला टेस्ट खेला जाना है. भारत के खिलाफ उतरने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम में मौरिस को भी जगह दी गई है. वो भारत के खिलाफ टेस्ट खेलने वाली 18 सदस्यीय टीम में शामिल हैं. 


'यंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर' को सता रहा डर


उन्हें उम्मीद है कि वो प्लेइंग इलेवन में भी जगह बनाने में कामयाबी हासिल करेंगे. उन्होंने एक रेडियो कार्यक्रम में कहा कि भारत में गेंदबाजी का फीडबैक बेहतर नहीं रहा है. मौरिस को इस साल के ‘ब्रैडमैन यंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. उन्होंने कहा, ‘सीरीज में कई चीजों को लेकर उत्सुक नहीं हूं. इन मैचों में विकेटकीपर के ग्लव्स में तेजी से गेंद जाती नजर नहीं आएगी. वो हाथ उठाकर गेंद को नहीं पकड़ सकेगा. मेरे लिए ये थोड़ा कठिन रहने वाला है, लेकिन फिर ये काफी रोमांचकारी होगा.’


उन्होंने कहा कि इस दौरे पर वो सीनियर खिलाड़ियों के साथ समय बिताएंगे और काफी कुछ सीखने की कोशिश में रहेंगे. उन्होंने कहा कि वो इस सीरीज में उपमहाद्वीप के पिचों पर गेंदबाजी के गुर सीखने की कोशिश करेंगे.


मौरिस ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलियाई टीम में कई दिग्गज खिलाड़ी हैं, ये एक ऐसी टीम है, जिसके पास काफी अनुभव है. अनुभवी खिलाड़ियों से ट्रेनिंग सेशन में काफी कुछ सीखने को मिल सकता है. मुझे खुद से ज्यादा उम्मीद नहीं है. मैं अनुभव लेना चाहता हूं. यह मेरा पहला विदेशी दौरा है, इससे पहले मैंने कभी टीम के साथ दौरा नहीं किया है.’


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