कोलकाता : भारतीय टीम के गेंदबाज मोहम्मद शमी ने शुक्रवार को कप्तान विराट कोहली की घरेलू सीरीज में रोटेशन पॉलिसी का समर्थन किया है. शमी ने कहा है कि इससे उनकी तरह के खिलाड़ियों को अपने आप को लंबी अवधि के लिए तरोताजा रखने का पर्याप्त समय मिलता है. शमी ने यहां कहा, "मैं पूरी तरह से कोहली की रोटेशन पॉलिसी का समर्थन करता हूं. इससे मुझ जैसे खिलाड़ियों को सिर्फ टेस्ट ही नहीं बाकी के प्रारूपों के लिए भी रेस्ट करने का मौका मिलता है."


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श्रीलंका के खिलाफ खेली जाने वाली टेस्ट सीरीज में रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा जैसे खिलाड़ियों की वापसी हुई,  जिन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली जाने वाली टी-20 सीरीज में नहीं चुना गया. शमी आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई सीरीज में टीम का हिस्सा थे. हालांकि उन्होंने इस सीरीज में सिर्फ एक मैच बेंगलुरू में खेला था. इस मैच में वह महंगे साबित हुए थे और एक भी विकेट नहीं ले पाए थे.


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टीम इंडिया के लिए मोहम्मद शमी और उमेश यादव टेस्ट क्रिकेट ज्यादा खेलते हैं,  जबकि भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह वनडे में टीम की पहली पसंद हैं. ठीक उसी तरह रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा को टेस्ट क्रिकेट में जगह दी जा रही है. वहीं युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव को इस समय वन डे टीम में जगह दी जा रही है. इस रोटेशन प्रणाली पर पिछले दिनों टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने कहा था कि टीम मैनेजमेंट एक ऐसा गेंदबाजी पूल चाहता है, जो हर परिस्थिति के लिए तैयार रहे. खासकर लंबे समय तक टीम फिट रहे, इसलिए जरूरी है कि टीम के पास ऐसा पूल मौजूदी हो.


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इसके अलावा आने वाले विश्वकप की तैयारियों की मद्देनजर भी टीम मैनेजमेंट एक सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी समूह तैयार करना चाहता है. इसके लिए ये रोटेशन प्रणाली अपनाई जा रही है.