डॉन ब्रैडमैन का सबसे बड़ा `गुनहगार`, नहीं बनने दिया तिहरा शतक तो करियर पर गिरी गाज
Unique Cricket Records: डॉन ब्रैडमैन, वो खिलाड़ी जो भले ही आज हमारे बीच नहीं है लेकिन क्रिकेट के इतिहास में किसी परिचय का मोहताज नहीं. रिकॉर्डबुक खोलें तो डॉन ब्रैडमैन का नाम टॉप पर नजर आता है. लेकिन हम उनके ऐसे अनचाहे रिकॉर्ड की बात करने जा रहे हैं जो `दाग` उनके करियर में एक डेब्यूटेंट की वजह से लग गया.
Unique Cricket Records: डॉन ब्रैडमैन, वो खिलाड़ी जो भले ही आज हमारे बीच नहीं है लेकिन क्रिकेट के इतिहास में किसी परिचय का मोहताज नहीं. रिकॉर्डबुक खोलें तो डॉन ब्रैडमैन का नाम टॉप पर नजर आता है. लेकिन उनके नाम एक अनचाहा रिकॉर्ड भी है जिसे करियर पर 'दाग' या सबसे दर्द देने वाली पारी भी कहें तो गलत नहीं होगा. हैरानी की बात ये है कि यह धब्बा उन्हें अपनी नहीं बल्कि एक डेब्यूटेंट की गलती से मिला है.
जब ब्रैडमैन बने थे संकटमोचक
साल 1932, जनवरी 29 को ऑस्ट्रेलिया एडिलेड में मेहमान साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट खेलने उतरी. अफ्रीका ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया और स्कोरबोर्ड पर 308 रन पहली पारी में टांग दिए. जवाबी कार्यवाही में ऑस्ट्रेलिया की तरफ से कप्तान बिल वुडफुल ने दमदार 82 रन की पारी खेल टीम को बेहतरीन शुरुआत दी. दूसरा छोर पहले विकेट के बाद ब्रैडमैन ने संभाल रखा था. लेकिन कप्तान के आउट होते ही ऑस्ट्रेलिया ताश के पत्तों की तरह बिखरने लगी. एक छोर पर टिके थे डॉन ब्रैडमैन जिन्होंने मेहमान टीम के गेंदबाजों को पापड़ बेलने पर मजबूर कर दिया.
ब्रैडमैन के लिए बदकिस्मत साबित हुआ डेब्यूटेंट
मुकाबले में तेज गेंदबाज पुड थुरलो ने ऑस्ट्रेलिया की तरफ से डेब्यू किया था. लेकिन वे इस मैच में सबसे बदकिस्मत प्लेयर साबित हुए. बॉलिंग में दोनों पारियों में उन्हें विकेट नहीं मिला तो बैटिंग में ब्रैडमैन के लिए सबसे बड़े गुनहगार साबित हो गए. एक तरफ धड़ाधड़ विकेट गिर रहे थे तो दूसरी तरफ ब्रैडमैन डबल सेंचुरी ठोकने के बाद तिहरे शतक के बेहद करीब थे. गुच्छों में विकेट गिरने के बाद आखिरी नंबर पर पुड थुरलो का था जिन्हें ब्रैडमैन को तिहरे शतक तक पहुंचाने की जिम्मेदारी मिली. लेकिन तेज गेंदबाज ब्रैडमैन के करियर पर दाग दे गए.
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करियर हो गया खत्म
डॉन ब्रैडमैन इस मुकाबले में 299 पर नाबाद थे. पुड थुरलो को 13 गेंद तक मौका मिला लेकिन वो एक बार भी ब्रैडमैन को स्ट्राइक देने में नाकाम रहे. 14वीं बॉल पर थुरलो ने जब शॉट लगाकर ब्रैडमैन को स्ट्राइक देने की कोशिश की तो रन आउट हो गए और ब्रैडमैन पर तिहरे शतक से महज 1 रन से चूकने का दाग लग गया. पुड थुरलो के लिए यह करियर का पहला और आखिरी टेस्ट साबित हुआ.