VIDEO : 13 साल पहले ये खिलाड़ी बना था धोनी का `पहला शिकार`, आज तक है हैरान
यूं तो भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की तेज-तर्रार विकेटकीपिंग की दुनिया कायल है, लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं जो धोनी की स्टंपिंग का शिकार होने के बाद आज तक हैरान हैं.
नई दिल्ली : श्रीलंका के खिलाफ पांचवे और आखिरी वनडे में अकिला धनंजय को स्टंप आउट कर महेंद्र सिंह धोनी ने इतिहास रच दिया है. टीम इंडिया के विकेटकीपर एमएस धोनी ने श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में स्टंपिंग का शतक पूरा किया है. धोनी ने युजवेंद्र चहल की गेंद पर अकिला धनंजय को स्टंप आउट कर ऐतिहासिक कारनामा किया है. 36 साल के धोनी रविवार को वनडे में 100 स्टंप करने वाले दुनिया के पहले विकेटकीपर बन गए. धोनी ने अपने करियर के 301वें वनडे में इस जादुई आंकड़े को छुआ. यूं तो भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की तेज-तर्रार विकेटकीपिंग की दुनिया कायल है, लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं जो धोनी की स्टंपिंग का शिकार होने के बाद आज तक हैरान हैं.
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धोनी दुनिया के एकलौते विकेटकीपर हैं जिनके नाम वनडे में 100 स्टंपिंग्स हैं, लेकिन धोनी के पहले स्टंपिंग शिकार बना खिलाड़ी आज भी हैरान है. बांग्लादेश के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज राजिन सालेह धोनी के पहले स्टंपिंह शिकार थे, जिन्हें 2004 में सचिन तेंदुलकर की गेंद पर धोनी ने स्टंप आउट किया था. इस बात को 13 साल बीत चुके हैं लेकिन राजिन सालेह आज तक हैरान हैं कि आखिर उन्हें धोनी ने इतनी तेजी से स्टंप आउट कैसे किया?
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दरअसल, सालेह ने नफीस इकबाल के साथ बांग्लादेशी पारी की शुरुआत की थी और वो 82 रन बना चुके थे. इस दौरान सचिन तेंडुलकर की गेंद को खेलने की कोशिश में वो क्रीज से बाहर निकले और विकेट के पीछे एम एस धोनी ने बिजली की रफ्तार से उनकी गिल्लियां उड़ा दी. तस्वीरें देखकर सभी को ये लगा कि सालेह बोल्ड हुए हैं. टीवी कॉमेंटेटर्स को भी यही लगा लेकिन ये बोल्ड नहीं बल्कि स्टंप आउट था.
धोनी की इस जबर्दस्त विकेटकीपिंग पर सालेह ने मिड डे को बयान दिया, ‘मैं ये जानकर हैरान रह गया कि किस तेजी से धोनी ने मुझे स्टंप किया था. उस वक्त धोनी अपने करियर की शुरुआत में ही थे, इसलिए मैं उन्हें एक आम विकेटकीपर समझने की गलती कर बैठा था. अब मुझे इस बात पर गर्व है कि मैं वनडे में स्टम्पिंग के रूप में उनका पहला शिकार था. वैसे उस शतक को चूकने का दर्द अभी भी कम नहीं हुआ है. उस वक्त भारतीय टीम में मेरे हीरो तेंडुलकर, गांगुली खेल रहे थे और मैं मजबूत भारतीय टीम के खिलाफ अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था, इसलिए वो शतक चूकने का मुझे आज भी अफसोस है.’
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बता दें कि इससे पहले धोनी ने सीरीज के दूसरे वनडे में 99वां स्टंप किया था. तब धोनी ने अपने 298वें वनडे में दानुष्का गुणाथिलका को स्टंप कर श्रीलंकाई दिग्गज कुमार संगकारा की बराबरी की थी, उस वक्त भी गेंदबाज यजुवेंद्र चहल रहे. वनडे में सर्वाधिक स्टंपिंग की बात करें, तो धोनी ने अबतक 2004 से 2017 के दौरान 100 स्टंप किए हैं. खास यह है कि धोनी ने सबसे कम वनडे खेलकर स्टंपिंग का शतक बनाया, जबकि संगकारा ने 2000-2015 के दौरान 404 वनडे खेल कर 99 स्टंप ही कर पाए.