नई दिल्ली : श्रीलंका के खिलाफ पाल्लेकेले अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में खेले गए तीसरे वनडे मैच में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी 'संकटमोचक' बनकर उभरे हैं. श्रीलंका के खिलाफ दूसरे वनडे के बाद महेंद्र सिंह धोनी के अपने बल्ले का कमाल दिखाने के बाद तीसरे वनडे में भी धोनी के बल्ले का जादू कायम रहा. धोनी के बल्ले का कमाल देखकर दर्शकों का खूब मनोरंजन हुआ तो वहीं श्रीलंकाई गेंदबाजों और फील्डरों के पसीने छूट गए. धोनी ने जब बल्लेबाजी की कमान संभाली, तब भारत की हालत काफी खस्ता थी. 61 रन के कुल स्कोर पर भारत के 4 महत्वपूर्ण विकेट गिर चुके थे. इसके बाद क्रीज पर रोहित शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी ने मैच को संभाला. 


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पांचवें विकेट के लिए रोहित शर्मा के साथ नाबाद 157 रन की साझेदारी कर उन्होंने टीम इंडिया को सीरीज में 3-0 की अपराजेय बढ़त दिला दी. लेकिन इस दौरान धोनी ने नाबाद 67 रन की पारी खेली. इसके साथ ही धोनी के लिए श्रीलंकाई सीरीज एक बार और यादगार बन गई.
 
करियर का 299वां वनडे खेल रहे धोनी ने बतौर खिलाड़ी पाल्लेकेले में अपने 100 मैच पूरे किए. इस दौरान उन्होंने नाबाद 67 रन की पारी खेलकर वनडे में रन बनाने के मामले में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन (9378) को पीछे छोड़ दिया. धोनी के नाम वनडे में अब 9434 रन हो गए हैं. रनों के मामले में अब उनसे आगे सचिन तेंदुलकर (18,426), राहुल द्रविड़ (11,221) और सौरव गांगुली (10,768) रह गए हैं. 


धोनी ने अब तक 299 वनडे मैचों की 254 पारियों में 51.55 की औसत और 87.99 की स्ट्राइक रेट से 9434 रन बनाए हैं. इसमें 9 शतक और 65 अर्धशतक शामिल हैं. वहीं अजहरुद्दीन ने 334 वनडे की 308 पारियों में 54 बार नाबाद रहते हुए 36.92 की औसत और 74.02 के स्ट्राइक रेट से 9378 रन बनाए हैं जिसमें 7 शतक और 58 अर्धशतक शामिल हैं. 


धोनी पाल्लेकेले नाबाद 67 रन की पारी खेलकर किसी एक टीम के खिलाफ साझा रूप से सबसे ज्यादा पचास रन की पारी खेलने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए. धोनी ने श्रीलंका के खिलाफ 18वीं बार पचास रन से ज्यादा की पारी खेली. धोनी के साथ कुमार संगकारा साझा रूप से इस रिकॉर्ड के हकदार हैं. संगाकारा ने भारत के खिलाफ बतौर विकेट कीपर बल्लेबाज 18 पचास रन से ज्यादा की पारियां खेली थी.


ऐसा रहा मैच का रोमांच 


जसप्रीत बुमराह की तूफानी गेंदबाजी के बाद सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के 12वें शतक और महेंद्र सिंह धोनी की संयमित पारी की बदौलत भारत ने तीसरे वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में श्रीलंका को अंतिम लम्हों में दर्शकों के हुड़गंद के बीच छह विकेट से हराकर पांच मैचों की सीरीज में 3-0 की विजयी बढ़त बनाई और इस टीम के खिलाफ 1993 के बाद कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं गंवाने का रिकॉर्ड कायम रखा. बता दें कि भारत को पिछली बार श्रीलंका के खिलाफ 1993 में उसी की सरजमीं पर 2-1 से शिकस्त का सामना करना पड़ा था जबकि इसके बाद से भारत ने पिछले 24 साल में इस टीम के खिलाफ कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं गंवाई है.


रोहित ने 145 गेंद में 16 चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 124 रन की पारी खेलने के अलावा पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (नाबाद 67) के साथ पांचवें विकेट के लिए 157 रन की अटूट साझेदारी की भी जिससे भारत ने श्रीलंका के 218 रन के लक्ष्य को 45 .1 ओवर में चार विकेट पर 218 रन बनाकर हासिल कर लिया. धोनी ने 86 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा.