नई दिल्ली : कश्मीर में यूं तो पाकिस्तान परस्ती या उसके समर्थन में नारे और झंडे लहराना कोई नई बात नहीं है. लेकिन इस बार इस पाकिस्तान परस्ती का सामना करना पड़ा टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी  को. दरअसल महेंद्र सिंह धोनी जम्मू कश्मीर के दौरे गए थे. सेना की ओर से उन्हें लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद उपाधि दी गई है. इसी जिम्मेदारी को निभाने के लिए धोनी यहां आर्मी द्वारा आयोजित किए गए क्रिकेट मैच को देखने गए थे. यहां उन्होंने स्कूली बच्चों से मुलाकात भी की और उन्हें खेल के नए नए टिप्स भी दिए.


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इसी दौरान धोनी के सामने पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए गए. ऐसा उनके साथ दो बार हुआ. एक हफ्ते से भी कम समय में ऐसा दूसरी बार हुआ. कश्मीर के बडगाम में ओमपोरा और बडगाम के बीच मैच के बाद पाकिस्तानी समर्थित हरे झंडे लहराए गए. आर्मी द्वारा आयोजित किए गए कश्मीर प्रीमियर लीग में यह जिला स्तर का फाइनल मैच था. इस दौरान पाकिस्तान के समर्थन में नारे भी लगाए गए.


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इसे आर्मी की 53 राष्ट्रीय राइफल्स ने आयोजित कराया था.  मैच के बाद प्रेंजेटेशन सेरेमनी में दर्शकों ने पाकिस्तान के  समर्थित नारे लगाने शुरू कर दिए. उन्होंने पाकिस्तानी झंडे लहराए. इसके अलावा आतंकी जाकिर मूसा के समर्थन में नारे लगाए. धोनी 26 नवंबर को भी कश्‍मीर आए थे. तब भी एक मैच के दौरान वहां आए पाकिस्तान परस्तों ने आफरीदी आफरीदी के नारे लगाए थे.


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इससे पहले जब धोनी से पाकिस्तान और भारत के बीच होने वाली सीरीज पर सवाल पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि ये मामला सरकार ही निपटाए तो अच्छा है.



उन्होंने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच स्पोर्ट्स से कहीं ज्यादा हैं. इसलिए इसका निर्णय सरकार को ही करना होगा.