B’day Special: किसी खूबसूरत सपने से कम नहीं है Rahul Dravid की Love Story, जानिए अनसुनी कहानी
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) आज अपना 48वां जन्मदिन मना रहे हैं. उनका जन्म 11 जनवरी 1973 को इंदौर मध्यप्रदेश में हुआ था. द्रविड़ (Rahul Dravid) को पूरी दुनिया `द वॉल` के नाम से भी जानती है. उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम में कई सालों तक बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए करोड़ों दिलों में अपनी जगह बनाई.
टीम इंडिया में उनके योगदान के बारे में हर कोई जानता है. आज उनके जन्मदिन पर उनकी और वाइफ विजेता पेंढारकर की प्रेम कहानी में बात करेंगे.
विजेता के पिता इंडियन एयरफोर्स में विंग कमांडर थे, जिसकी वजह से उनका तबादला देश के अलग-अलग शहरों में होता रहता था. पिता के रिटायरमेंट के बाद उनका परिवार नागपुर शिफ्ट हो गया और यहीं से विजेता ने साल 2002 में सर्जरी में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की.
अलग-अलग शहरों में पोस्टिंग की वजह से विजेता के पापा की पोस्टिंग साल 1968-1971 के दौरान बैंगलोर में रही, उसी दौरान विजेता का परिवार राहुल द्रविड़ के परिवार के संपर्क में आया और दोनों का परिवार भी एक-दूसरे के काफी करीब आ चुका था.
इस दौरान राहुल और विजेता की दोस्ती भी बढ़ने लगी और फिर दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई.
दोनों परिवारों ने विजेता और राहुल की शादी साल 2002 में तय कर दी, लेकिन इसके अगले साल यानि साल 2003 में राहुल को वर्ल्ड कप दौरे पर जाना था. ऐसे में दोनों के परिवार वालों को शादी के लिए इंतजार करना पड़ा.
विश्व कप से पहले राहुल और विजेता की सगाई कर दी गई. विजेता सगाई के बाद राहुल को वर्ल्ड कप में चीयर करने के लिए दक्षिण अफ्रीका भी गई थीं.
फिर वर्ल्ड कप दौरे से वापस आकर 4 मई 2003 को बैंगलोर में पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ दोनों शादी के पवित्र बंधन में बंध गए. एक तरह से राहुल और विजेता की शादी लव और अरेंज मैरिज का परफेक्ट कॉम्बिनेशन है.
साल 2005 में विजेता ने राहुल के पहले बेटे समित को जन्म दिया, जिसके बाद साल 2009 में दूसरे बेटे अन्वय को जन्म दिया. आज दोनों एक खुशहाल पारिवारिक जीवन बिता रहे हैं.