Ranji Trophy 2024: टीम सेलेक्शन से पहले 24 साल के विध्वंसक बल्लेबाज का कहर, एक ही पारी में ठोक डाले 150+ रन
Ranji Trophy: इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी तीन टेस्ट मैचों के लिए भारत के स्क्वॉड का ऐलान होना बाकी है. इससे पहले भारत के 24 साल के एक बल्लेबाज ने रणजी ट्रॉफी 2024 में सेंचुरी ठोक टीम इंडिया में वापसी की दावेदारी पेश कर दी है.
Prithvi Shaw Century: भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज खेली जा रही है. दो टेस्ट मैच होने के बाद सीरीज 1-1 से बराबरी पर है. बचे हुए तीन टेस्ट मैचों के लिए भारत के स्क्वॉड का ऐलान होना है. इससे पहले रणजी ट्रॉफी 2024 में 24 साल के बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने कहर मचाया है. उन्होंने मुंबई से खेलते हुए छत्तीसगढ़ के खिलाफ शानदार शतक जड़ा. ग्रुप बी में खेले जा रहे मुंबई और छत्तीसगढ़ के बीच मैच के पहले दिन के पहले ही सेशन में पृथ्वी शॉ ने सेंचुरी पूरी की. इस शतक के साथ ही उन्होंने टीम इंडिया में वापसी की दावेदारी भी पेश कर दी है.
102 गेंदों में पूरा की सेंचुरी
पृथ्वी शॉ ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 102 गेंदों में अपना शतक पूरा किया. शॉ 185 गेंदों का सामना करते हुए 159 रन बनाकर आउट हुए. इस पारी में उन्होंने 18 चौके और 3 छक्के भी लगाए। यह उनके फर्स्ट क्लास करियर का 13वां शतक है. उन्होंने मैदान के चारों तरफ रन बनाए। शॉ पिछले लंबे समय से चोट के चलते मैदान से बाहर थे. शॉ की इस पारी से मुंबई की टीम पहल दिन मजबूत स्थिति में है.
काउंटी क्रिकेट में लगी थी चोट
शॉ पिछले साल काउंटी क्रिकेट खेलते हुए चोटिल हो गए थे. इसके बाद से वह मैदान से दूर थे. नॉर्थम्पटनशायर के खिलाफ रॉयल लंदन ODI कप खेलते हुए उनके लिगामेंट में चोटल लगी थी. इसके बाद उन्हें सर्जरी करानी पड़ी और फिर रिहैब पूरा कर अब मैदान में फिट होकर लौटे हैं. चोटिल होने की वजह से ही वह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी और रणजी सीजन के शुरुआती मैचों में भी नहीं खेल पाए थे.
भारत के लिए खेले हैं तीनों फॉर्मेट
2018 में डेब्यू करने वाले 24 वर्षीय पृथ्वी शॉ ने भारत के लिए 5 टेस्ट, 6 वनडे और एक टी20 टीम इंटरनेशनल मैच खेले हैं. हालांकि, वह अपने प्रदर्शन से सेलेक्टर्स को प्रभावित नहीं कर पाए और टीम से ड्रॉप कर दिए गए. आखिरी बार वह 2020 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच खेले थे. इसके बाद से उन्हें भारत की टेस्ट टीम में मौका नहीं मिला है. हालांकि, 2018 में उन्होंने घरेलू मैदान पर वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट में डेब्यू शतक लगाया था. अपनी करियर की पहले इंटरनेशनल पारी में उन्होंने 134 रन बनाए थे. इस मैच से पहल तक फर्स्ट क्लास करियर में शॉ ने 45 मैच खेलते हुए 3837 रन बनाए हैं.