PV Sindhu vs He Bing Jiao : पेरिस ओलंपिक से भारतीय फैंस के लिए एक बुरी खबर सामने आई है. दो बार की ओलंपिक मेडलिस्ट भारतीय स्टार शटलर पीवी सिंधु प्री क्वार्टर फाइनल से ही बाहर हो गई हैं. उन्हें बिना मेडल के ही पेरिस ओलंपिक से बाहर होना पड़ा. चीन की शटलर ही बिंग जियाओ ने सीधे सेट्स में मात देकर सिंधु का सफर समाप्त किया. करोड़ों भारतीयों को उनसे मेडल की उम्मीद थी. वह भारत के लिए पेरिस में मेडल जीतने के दावेदारों में बड़े नामों में से एक भी थीं, लेकिन अब निराशा हाथ लगी है. उनके साथ-साथ फैंस का भी दिल टूटा है.  


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पहले सेट में बराबरी का रहा मुकाबला 


इस मुकाबले से पहले तक अपने सभी मैच जीतती आईं सिंधु से पहले सेट में शानदार खेल देखने को मिला. उन्होंने ही बिंग जियाओ को जबरदस्त टक्कर देते हुए मुकाबले में खुद को जिंदा रखा. हालांकि, अंत में चीन की खिलाड़ी ने लगातार दो पॉइंट लेकर सेट जीत लिया. सिंधु ने यह सेट में 21-19 से गंवाया.  



दूसरे सेट में दिखीं कमजोर


पहले सेट में दमदार खेल दिखाने के बाद फैंस को और उन्हें खुद की उम्मीद थी कि दूसरे सेट में रिकवरी करेंगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका. दूसरे सेट में सिंधु कमजोर नजर आईं. दूसरी ओर चीन ही बिंग जियाओ आक्रामक अंदाज अपनाते हुए सिंधु पर दबाव डालने में कामयाब रहीं. सिंधु से पहले सेट वाला कॉन्फिडेंस भी देखने को नहीं मिला. हालांकि, इन सबके बावजूद भारतीय शटलर ने मैच में वापसी करने की भरपूर कोशिश की, लेकिन सफल नहीं रहीं. जियाओ ने 21-14 से सेट नाम कर क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली.


रियो में सिल्वर, टोक्यो में था ब्रॉन्ज 


पीवी सिंधु के पास पेरिस ओलंपिक में मेडल जीतकर इतिहास रचने का मौका था. अगर वह मेडल जीत जाती तो ओलंपिक के इतिहास में तीन मेडल जीतने वाली इकलौती भारतीय बन जातीं, लेकिन ऐसा नहीं हो सका. सिंधु ने रियो ओलंपिक में शानदार खेल दिखाते सिल्वर मेडल नाम किया था. वहीं, 2020 में हुए टोक्यो ओलंपिक में सिंधु ब्रॉन्ज मेडल जीतने में कामयाब रहीं. मगर अफसोस इस बार वह मेडल्स की हैट्रिक पूरी नहीं कर पाईं.


मैच के बाद क्या बोलीं सिंधु?


सिंधु ने मैच के बाद कहा, 'यह दुखद है कि मैं वह रिजल्ट नहीं पा सकी जो मैं चाहती थी. ओलंपिक में हर कोई जीतना चाहता है और यह मेरे लिए सही नहीं रहा. ही बिंग जियाओ एक अच्छी खिलाड़ी हैं और मैंने उनके साथ कई बार खेला है. हम एक-दूसरे के खेल को जानते हैं.' सिंधु ने आगे कहा, 'मुझे लगा कि पहला गेम थोड़ा अलग होना चाहिए था. खासकर जब 19-19 पर था तो यह कोई भी जीत सकता था. यह अच्छा होता अगर यह मेरे पक्ष में जाता. अगर मैं पहला गेम जीत जाती तो यह अलग होता. मुझे बहुत कॉन्फिडेंस मिलता. दूसरा गेम शुरू में अच्छा था, लेकिन उसने बढ़त बना ली और आगे बढ़ती रही. मैं कवर करने की कोशिश कर रही थी, लेकिन फिर मैं छोटी-छोटी गलतियां कर रही थी. यह एक दुखद दिन है, लेकिन मुझे अपना सिर ऊंचा रखना होगा.'