Indian Team: भारतीय टीम से खेलने का सपना हर किसी का होता है, लेकिन टीम इंडिया में जगह बनाना इतना आसान नहीं है. क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में एक खिलाड़ी को लंबे समय से जगह नहीं मिली है. ऐसे में इस प्लेयर के करियर पर पावरब्रेक लगते हुए नजर आ रहे हैं. सेलेक्टर्स इस खिलाड़ी को टी20 क्रिकेट में मौका नहीं दे रहे हैं. जबकि टेस्ट मैचों में ये प्लेयर टीम इंडिया का अभिन्न हिस्सा है. 


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इस खिलाड़ी के करियर पर मंडराया खतरा 


इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में सेलेक्टर्स ने रविचंद्रन अश्विन को मौका नहीं दिया है. जबकि अश्विन चंद गेंदों में ही मैच का रुख बदल देते हैं. अश्विन को साउथ अफ्रीका और श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में भी जगह नहीं मिली थी. ऐसे में इस खिलाड़ी के करियर पर संकट के बादल मंडराते हुए नजर आ रहे हैं. अश्विन जबकि आईपीएल में बहुत ही शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. 


टीम के थे बड़े हथियार 


जब महेंद्र सिंह धोनी टीम इंडिया के कप्तान थे. तब रविचंद्रन अश्विन की तूती बोलती थी. उन्हें हर मैच में मौका दिया जाता था, लेकिन धोनी के संन्यास लेते ही उन्हें नजरअंदाज किया जाने लगा. उनकी जगह टीम में कई युवा प्लेयर्स ने ले ली. इनमें राहुल चाहर, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव और रवि बिश्नोई शामिल हैं. इन स्पिन गेंदबाजों ने टी20 फॉर्मेट में अपनी जगह पक्की कर ली है. 


इस वजह से नहीं मिल रहा मौका 


रविचंद्रन अश्विन भले ही अभी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्पिनर हों, लेकिन वह अपनी स्लो बैटिंग से कारण सफेद गेंद के क्रिकेट में पिछड़ रहे हैं. अश्विन टी20 क्रिकेट में किफायती साबित होते हैं, लेकिन विकेट झटकने के लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ता है. रविचंद्रन अश्विन उस भारतीय टीम में शामिल थे, जिसने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी. वहीं, टी20 क्रिकेट के पिछले 5 मैचों में उन्होंने 9 विकेट हासिल किए हैं. 


टेस्ट टीम का हैं हिस्सा 


भारतीय टीम के खेले तीनों ही फॉर्मेट रविचंद्नन अश्विन ने टीम इंडिया के लिए तीनों ही फॉर्मेट खेले हैं और उन्होंने अपने दम पर भारत को कई मैच जिताए हैं. अश्विन ने 86 टेस्ट मैचों में 442 विकेट हासिल किए हैं. वहीं, 112 वनडे मैचों में 151 विकेट और 51 टी20 मैचों में 61 विकेट हासिल किए हैं. फिलहाल वह अनिल कुंबले के बाद टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं.