भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने पुणे टेस्ट मैच में मिली हार के बाद रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की स्पिन जोड़ी का बचाव किया. इस मैच में यह जोड़ी वो कमाल करने में विफल रही, जिसके लिए वह जानी जाती है. स्पिन के मुफीद पिच पर खराब प्रदर्शन के कारण टीम 12 साल में पहली बार घरेलू टेस्ट श्रृंखला गंवा बैठी. एमसीए स्टेडियम की स्पिन के मुफीद पिच पर भारत पूरी तरह से मात खा गया. टीम के टॉप स्पिनरों के विफलता से न्यूजीलैंड जीतने में सफल रहा. 


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क्या बोले रोहित शर्मा?


भारत को दूसरे टेस्ट में मिली 113 रन की हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा से जब प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भारतीय स्पिनरों के प्रदर्शन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'वे इस बारे में जानते हैं. इन दोनों खिलाड़ियों से बहुत अधिक उम्मीदें हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'वे जो भी मैच खेलते हैं, उनसे विकेट लेने और प्रतिद्वंद्वी टीम को दबाव में लाने तथा टेस्ट मैच जीतने की उम्मीद की जाती है. मुझे नहीं लगता कि यह उचित है.' 


18 सीरीज जीत में इस जोड़ी का अहम योगदान


भारत का 2012-13 में इंग्लैंड से हारने के बाद से घरेलू मैदान पर लगातार 18 सीरीज जीतने का सिलसिला शनिवार को खत्म हो गया. इस स्वप्निल सफर की शुरूआत नवंबर 2011 में डेब्यू करने वाले अश्विन और दिसंबर 2012 में पहला टेस्ट खेलने वाले जडेजा ने खतरनाक स्पिन जोड़ी बनकर की थी. 


अश्विन-जडेजा के घर में शानदार आंकड़े 


घरेलू सरजमीं पर एक साथ खेलते हुए अश्विन ने 55 टेस्ट मैच में 326 विकेट, जबकि जडेजा ने 47 मैच में 225 विकेट लिए हैं. रोहित ने कहा कि टेस्ट जीतना सामूहिक जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा, 'यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम टेस्ट जीतें, ना कि सिर्फ दो खिलाड़ी. निश्चित रूप से वे जानते हैं कि वे कहां खड़े हैं और वे क्या नहीं कर पाए हैं या उन्होंने वास्तव में क्या अच्छा किया है.' 


'500 और 300 विकेट...'


उन्होंने कहा, 'दोनों ने यहां बहुत क्रिकेट खेला है और हमारी सफलता में बहुत बड़ा योगदान दिया है. घरेलू मैदान पर 18 सीरीज जीतने में इन दोनों ने मुख्य भूमिका निभाई है.' रोहित ने कहा, 'मैं इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दूंगा, विशेषकर इन दो खिलाड़ियों के मामले में. वे अच्छी तरह से जानते हैं कि क्या हुआ और कभी कभी उनके लिए भी कुछ मैच खराब हो सकते हैं. आप किसी ऐसे खिलाड़ी के बारे में बात कर रहे हैं जो क्रमशः 500 से ज्यादा और 300 से ज्यादा विकेट ले चुके हैं. वे अच्छी तरह जानते हैं कि उन्होंने किस तरह से विकेट हासिल किए हैं और किस तरह से उन्होंने हर बार हमारे लिए टेस्ट मैच जीते हैं.'