Sachin Tendulkar and Vinod Kambli: 3 दिसंबर को सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली जब अपने गुरु आचरेकर की प्रतिमा के कार्यक्रम में मिले तो सभी का दिल भर आया. दोनों का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ. एक वो समय था जब दोनों एक साथ बल्ले से धमाल मचाते थे और अब बीमार कांबली, सचिन से ठीक से बात भी नहीं कर पाते. साल 1988, यह वो दौर था जब सचिन-कांबली चर्चा में आए क्योंकि दोनों के बीच 664 रन की रिकॉर्ड पार्टनरशिप हुई. लेकिन वक्त और किस्मत ने दोनों के रास्ते अलग कर दिए.


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सचिन बन गए 'गॉड ऑफ क्रिकेट'


विनोद कांबली और सचिन तेंदुलकर दोनों ने ही कम उम्र में टीम इंडिया की जर्सी पहन ली थी. लेकिन सचिन 'गॉड ऑफ क्रिकेट' साबित हुए जबकि उनके यार कांबली का करियर सीमित रह गया. भले ही रास्ते अलग हो गए लेकिन दोनों की दोस्त जय-वीरू से कम नहीं थी. इस कहानी का सबसे यादगार लम्हा वो रिकॉर्ड साझेदारी साबित हुई जब इन दोनों के सामने विरोधी टीम के गेंदबाज रहम की भीख मांगने पर मजबूर थे. 


विनोद कांबली अक्सर करते हैं याद रिकॉर्ड पार्टनरशिप


विनोद कांबली, सचिन तेंदुलकर के साथ उस 664 रन की साझेदारी को अक्सर पोस्ट करते नजर आते थे. वहीं, सचिन ने भी इस पार्टनरशिप का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें सब याद है. 1988 में संत जेवियर्स स्कूल के खिलाफ शारदाश्रम विद्यामंदिर स्कूल की तरफ से खेलते हुए सचिन -कांबली ने पार्टनरशिप वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था. मुकाबले में दोनों ने ही ट्रिपल सेंचुरी ठोक विरोधी टीम के परखच्चे उड़ा दिए थे.


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2006 तक कायम रहा रिकॉर्ड


सचिन-कांबली की पार्टनरशिप का वर्ल्ड रिकॉर्ड 2006 तक कायम रहा. हैदराबाद के मोहम्मद शाहबाज और मनोज कुमार ने 721 रनों की पार्टनरशिप से इसे ध्वस्त कर दिया था. भले ही यह रिकॉर्ड अब ध्वस्त हो गया है लेकिन उनकी दोस्ती और पार्टनरशिप को आज भी याद किया जाता है.