ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर साइमन कैटिच के मुताबिक युवा कंगारू बल्लेबाज सैम कोंस्टास धीरे-धीरे समझेंगे कि टेस्ट क्रिकेट की खूबसूरती और जुनून क्या होता है, जो जसप्रीत बुमराह ने बॉक्सिंग डे टेस्ट के दौरान दूसरी पारी में उन्हें दिखाया है. ऑस्ट्रेलिया के लिए 2001 से 2010 के बीच 56 टेस्ट खेल चुके साइमन कैटिच ने कहा कि सैम कोंस्टास को अपना नेचुरल गेम बरकरार रखना चाहिए.


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ऑस्ट्रेलिया में इस भारतीय का खौफ


साइमन कैटिच ने कहा ,‘यह कठिन है और जब आप 19 साल की उम्र में डेब्यू करते हैं तो हाइप होना लाजमी है, क्योंकि इस उम्र में बिरले ही खेल पाते हैं.’ सैम कोंस्टास ने पहली पारी में 65 गेंद में 60 रन बनाए, लेकिन दूसरी पारी में जसप्रीत बुमराह ने उन्हें आठ रन पर आउट कर दिया.


कंगारुओं ने बताया महान खिलाड़ी


साइमन कैटिच ने कहा,‘एमसीजी पर पहली पारी में उसने जबरदस्त साहस दिखाया चूंकि हालात कठिन थे और उसका सामना इस सीरीज के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज जसप्रीत बुमराह से था.’ सैम कोंस्टास ने जसप्रीत बुमराह का डटकर सामना किया लेकिन दूसरी पारी में उन्हें समझ में आया कि टेस्ट क्रिकेट इतना आसान नहीं है. हालात बदलते हैं और उसे बुमराह का सामना करना था.’


सैम कोंस्टास में डेविड वॉर्नर की झलक


साइमन कैटिच ने कहा,‘सैम कोंस्टास सिर्फ 19 साल के हैं, लिहाजा यह अपेक्षा नहीं की जा सकती कि वह फिनिशर का काम करें. उन्हें बहुत कुछ सीखना है, लेकिन उसमें क्षमता और प्रतिभा है.’ क्या उन्हें सैम कोंस्टास में डेविड वॉर्नर की झलक मिलती है, यह पूछने पर कैटिच ने कहा कि सिर्फ तेवर और रणनीति समान है. उन्होंने कहा, ‘तेवर और रणनीति के बारे में कह सकते हैं, लेकिन टैलेंट के लिहाज से वह बिल्कुल अलग खिलाड़ी हैं. उन्हें अपना स्वाभाविक खेल ही दिखाना चाहिए.’


मिचेल मार्श गेंद और बल्ले से नाकाम


साइमन कैटिच ने यह भी कहा कि अगर मिचेल मार्श गेंद और बल्ले दोनों से योगदान नहीं दे पा रहे हैं तो ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं को दूसरे विकल्प पर विचार करना चाहिए. साइमन कैटिच ने कहा,‘इसमें कोई शक नहीं कि मार्श पर दबाव है, क्योंकि वह ज्यादा गेंदबाजी नहीं कर पा रहा. जोश हेजलवुड के चोटिल होने के बाद भी उसने दो ही ओवर डाले जब पैट कमिंस और मिचेल स्टार्क ने ज्यादा गेंदबाजी की. वह एमसीजी पर बल्लेबाजी में भी नाकाम रहा, लिहाजा चयनकर्ताओं को इस टेस्ट के बाद फैसला लेना चाहिए.’


'20 साल में भी उनके जैसा कोई नहीं देखा'


भारत के खिलाफ काफी क्रिकेट खेल चुके कैटिच ने यह भी कहा कि पिछले दो दशक में ऑस्ट्रेलिया का दौरान करने वाले जसप्रीत बुमराह सर्वश्रेष्ठ विदेशी गेंदबाजों में से हैं. साइमन कैटिच ने कहा ,‘उसके आंकड़े इसके गवाह हैं. मैंने पिछले 20 साल में जितने गेंदबाज देखें हैं या जितनों के खिलाफ खेला हूं, वह सर्वश्रेष्ठ में से हैं. उसके पास कंट्रोल है, यॉर्कर, बाउंसर, सटीक लाइन और लैंग्थ है.’