बस ये 5 बड़े कदम उठा लें कप्तान रोहित, पहली ही बार में घर आ जाएगी वर्ल्ड कप ट्रॉफी!
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को हाल ही में टीम इंडिया का नया कप्तान नियुक्त किया गया है. रोहित से पूरे देश को उम्मीद है कि वो भारत को फिर से वर्ल्ड चैंपियन जरूर बनाएंगे.
नई दिल्ली: रोहित शर्मा को हाल ही में टीम इंडिया का नया कप्तान नियुक्त किया गया है. रोहित को कप्तान बनाने के पीछे सबसे बड़ा कारण यही है कि भारत ने पिछले 9 सालों से कोई भी आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीता है. अब रोहित से पूरे देश को उम्मीद है कि वो भारत को फिर से वर्ल्ड चैंपियन जरूर बनाएंगे. लेकिन उससे पहले रोहित को टीम में कुछ ऐसे काम करने होंगे जिससे बड़े टूर्नामेंट में हमारे खिलाड़ी फ्लॉर ना रहें. रोहित के आने के बाद टीम ने अच्छा प्रदर्शन तो करना शुरू कर दिया है लेकिन अभी भी 5 सवाल ऐसे हैं जिनका जवाब अगर कप्तान खोज लें तो निश्चित ही पहली बार में ट्रॉफी घर आ सकती है.
1. मिडिल ऑर्डर होता है फ्लॉप
अगर इस वक्त टीम इंडिया की कोई सबसे बड़ी कमजोरी है तो वो मिडिल ऑर्डर है. वेस्टइंडीज के खिलाफ हाल ही में मिडिल ऑर्डर ने थोड़ा दम जरूर दिखाया, लेकिन हाल ही में साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में मिडिल ऑर्डर की वजह से ही टीम इंडिया को क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा. अब धीरे-धीरे कप्तान रोहित सूर्यकुमार यादव, श्रेयस अय्यर और वेंकटेश अय्यर के आने के बाद टीम को मजबूत कर रहे हैं.
2. टीम में टिक ही नहीं पाते खिलाड़ी
ये भी भारतीय टीम की सबसे बड़ी दिक्कतों में से एक है. टीम इंडिया में कोई भी खिलाड़ी ज्यादा समय के लिए टिक ही नहीं पाता है. कोई खिलाड़ी अगर फॉर्म में नहीं होता तो उसे वापसी करने का मौका दिए बिना ही ड्रॉप कर दिया जाता है. ऐसे में खिलाड़ियों के अंदर भी एक डर हमेशा रहता है. इस तरह भारतीय टीम में स्थिरता की बहुत ज्यादा कमी है. रोहित को अपनी टीम में खिलाड़ियों को लगातार मौके देने होंगे.
3. नहीं मिल पा रहा हार्दिक का विकल्प
टीम इंडिया के घातक ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या पिछले कुछ महीनों से फिटनेस के कारण टीम से बाहर ही चल रहे हैं. हार्दिक के खराब खेल के चलते ही भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप से जल्दी ही बाहर हो गई. ऐसे में कप्तान रोहित को हार्दिक का एक अच्छा विकल्प टीम में चाहिए जो लंबे समय तक गेंदबाजी और बल्लेबाजी का जिम्मा संभाल सके. हालांकि वेंकटेश अय्यर में वो दम जरूर नजर आ रहा है, लेकिन देखना ये होगा कि ये क्रिकेटर बड़ी टीमों के खिलाफ कैसा प्रदर्शन करता है.
4. स्पिनर्स हो रहे फ्लॉप
स्पिन गेंदबाजी हमेशा से ही भारतीय क्रिकेट टीम की सबसे बड़ी ताकत रही है. लेकिन 2019 के बाद से ही टीम इंडिया की सबसे बड़ी कमजोरी स्पिनर्स रहे हैं. एक समय कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल से दुनियाभर के बल्लेबाज खौफ में रहते थे, लेकिन अब इन दोनों ही खिलाड़ियों की टीम में जगह तक पककी नहीं रहती. ऐसे में रोहित को अपनी टीम के लिए एक मजबूत स्पिन अटैक बनाना होगा.
5. रोहित के साथ लगातार बदलते ओपनर्स
टीम इंडिया की एक और सबसे बड़ी समस्या ये है कि रोहित शर्मा के साथ कोई स्थिर ओपनर टीम को नहीं मिल पाता. कभी केएल राहुल तो कभी शिखर धवन, वहीं इसके अलावा बीच-बीच में ईशान किशन और ऋतुराज गायकवाड़ को भी आजमाया जाता है. कप्तान रोहित तो एक बार ऋषभ पंत से भी पारी की शुरुआत करा चुके हैं. लेकिन अभी तक कोई टिक कर जिम्मदारी नहीं उठा पाया है.