नई दिल्ली: क्रिकेट में आमतौर पर हमेशा दिन रिकॉर्ड के लिए ही याद किए जाते हैं. लेकिन 18 मार्च का दिन क्रिकेट में काला दिन की तरह याद किया जाता है. साल 2007 में वेस्टइंडीज में खेले गए वर्ल्ड कप के दौरान पाकिस्तान टीम के कोच बॉब वूल्मर ( Bob Woolmer) की संदिग्ध मौत हो गई थी. उनकी इस मौत ने क्रिकेट जगत सहित पूरी दुनिया को स्तब्ध कर दिया था. 


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यह वर्ल्ड कप कई वजहों ने सबसे खराब विश्व कप माना जाता है. इसमें वूल्मर की मौत के अलावा बहुत कम दर्शक संख्या, भारत और पाकिस्तान जैसी नामी गिरामी टीमों का ग्रुप स्टेज में ही बाहर होना, इसे निराशाजनक बना गया था. लेकिन इसमें वूल्मर की मौत ने ऐसा दाग लगाया कि यह आज तक नहीं धुल सका है. 


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इस विश्व कप में पाकिस्तान की टीम आयरलैंड से हार गई थी. इसके बाद पाकिस्तान टीम के कोच बॉब वूल्मर अपने होटल के बाथरूम में अचेत पाए गए थे. बाद में अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया था. गहन जांच के बाद भी कुछ खास सामने नहीं आ सका जिसकी वजह से उनकी मौत की कई अटकलें अब भी लगाई जाती हैं.


आत्महत्या से लेकर ड्रग माफिया के हाथों उनकी हत्या तक के कयास लगे, लेकिन सामने कुछ भी नहीं आया. कहा जाता है कि उनकी मौत का संबंध उस समय क्रिकेट सट्टेबाजी से भी था. पुलिस ने चार दिन बाद उनकी हत्या की तफ्तीश की और फिर अंत में प्राकृतिक कारणों से उनकी मौत होना बताया गया. 


वूल्मर की मौत पर पाकिस्तानी खिलाड़ी बहुत दहशत में थे. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने अपनी आत्मकथा में भी जिक्र करते हुए कहा है कि उस रात कोई भी पाकिस्तानी खिलाड़ी डर के मारे अकेले ही अपने कमरे में सोने से बहुत डर रहा था. 



वूल्मर 14 मई 1948 को भारत के कानपुर में पैदा हुए थे. उनका सपना था कि भारत आकर कानपुर में इंग्लैंड की तरफ से खेलें. लेकिन ऐसा हो नहीं सका. वे पाकिस्तानी कोच के तौर पर कानपुर पहुंच सके. पाकिस्तान टीम के कोच बनने से पहले वे दक्षिण अफ्रीकी टीम के कोच रहे थे.