नई दिल्ली: टेस्ट में दोहरा शतक लगाना एक बड़ी उप्लब्धि माना जाता है, हर किसी क्रिकेटर के नसीब में ये मुकाम नहीं आता, लेकिन बल्लेबाज अपने पहले टेस्ट मैच में ही दोहरा शतक लगा दे, तो ये बात सदियों तक याद की जाती है. 26 अप्रैल 2003 को दक्षिण अफ्रीका के जेक्स रुडोल्फ (Jacques Rudolph) ने बांग्लादेश के खिलाफ नाबाद 222 रन बनाए थे. इस कीर्तिमान को स्थापित करने वाले आखिरी बल्लेबाज हैं. उनसे पहले क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में सिर्फ 4 बल्लेबाज ही इस कारनामे को दोहराने में कामयाब हो पाए हैं.



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रूडोल्फ के बाद अब तक कोई भी बल्लेबाज अपने पहले टेस्ट मैच में दोहरा शतक लगाने में कामयाब नहीं हो पाया है.  इंग्लैंड के रेजिनाल्ड फोस्टर (Reginald Foster) टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करते हुए दोहरा शतक जमाने पहले बल्लेबाज थे इंग्लैंड के वॉस्टरशायर में जन्मे फोस्टर ने 1903 में चिर-प्रतिद्वंद्वी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दमदार बल्लेबाजी करते हुए 37 चौकों की मदद से 287 रन बनाए थे. उन्हें टिप फोस्टर के नाम से भी जाना जाता था और वह एकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट और फुटबॉल में इंग्लैंड की कप्तानी की है. 



फोस्टर के दोहरे शतक के 69 सालों बाद वेस्टइंडीज के लॉरेंस रोवे (Lawrence Rowe) ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने पहले टेस्ट मैच में दोहरा शतक लगाया. रोवे के लिए यह मैच इसलिए भी खास रहा क्योंकि उन्होंने पहली पारी में 214 रन तो बनाए ही, दूसरी पारी में भी नाबाद शतक लगाया.  रोवे के अलावा श्रीलंका के ब्रेंडन केरुप्पू (201 नाबाद) और न्यूजीलैंड के मैथ्यू सिंक्लेर (214) भी अपने पहले टेस्ट मैच में शतक लगाने में कामयाब रहे. केरुप्पू ने 1987 में न्यूजीलैंड के खिलाफ जबकि सिंक्लेर ने 1999 में वेस्टइंडीज के खिलाफ यह कारनामा किया.