नई दिल्ली: मैदान पर कितना भी तनाव हो या कोई कैसी भी गलती कर दे, 'कैप्टन कूल' कभी आपा नहीं खोते. यह एक ऐसा वाक्य है, जो आपने सैकड़ों-हजारों बार सुना होगा. लेकिन 'कैप्टन कूल' की यह छवि गुरुवार (15 अप्रैल) को टूट गई. 'कैप्टन कूल' यानी, एमएस धोनी (MS Dhoni). जी हां, गुरुवार को जयपुर में खेले गए आईपीएल (IPL-12) के मुकाबले में धोनी ना सिर्फ आपा खो बैठे, बल्कि वे नो बॉल के विवाद पर मैदान में भी जा घुसे और अंपायर से बहस भी की. हालांकि, चेन्नई (Chennai Super Kings) के कप्तान की इस हरकत के बावजूद अंपायरों ने अपना निर्णय नहीं बदला. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जयपुर में गुरुवार को चेन्नई (CSK) और मेजबान राजस्थान (Rajasthan Royals) के बीच मुकाबला हुआ. राजस्थान ने इस मैच में चेन्नई को जीत के लिए 152 रन का लक्ष्य दिया. इसके जवाब में चेन्नई ने एक समय 24 रन पर चार विकेट गंवा दिया था. लेकिन कप्तान एमएस धोनी ने अंबाती रायडू के साथ मिलकर टीम को संभाल लिया. आखिरी ओवर में चेन्नई को जीत के लिए 18 रन चाहिए थे. उस वक्त क्रीज पर धोनी के साथ रवींद्र जडेजा थे. बेन स्टोक्स की पहली तीन गेंदों पर 10 रन बने और धोनी आउट भी हो गए. इसीके बाद क्रिकेटप्रेमियों ने वह नजारा देखा, जो अब से पहले कभी नहीं देखा गया. 


दरअसल, बेन स्टोक्स ने इस ओवर की चौथी गेंद फुलटॉस फेंकी. मिचेल सैंटनर ने इस गेंद पर दो रन लिए. रन पूरा करने के बाद सैंटनर और जडेजा ने यह कहकर नो बॉल की मांग की कि यह गेंद कमर से अधिक ऊंची थी. अंपायर ने उनकी अपील ठुकरा दी, लेकिन जडेजा अपनी मांग पर अड़े रहे और अंपायर के पास जाकर उनसे बहस करने लगे. 


 



 


इस बीच देखा गया कि जडेजा अपने कप्तान धोनी की सहमति से ऐसा कर रहे थे. बाउंड्री के बाहर खड़े धोनी बेहद गुस्से में थे. वे यहीं से नो बॉल की मांग कर रहे थे. जब उन्होंने देखा कि जडेजा की बहस नाकाम साबित हो रही है और अंपायर नो बॉल नहीं दे रहे हैं तो वे गुस्से में ही खुद मैदान के भीतर पहुंच गए. 

 



 


 


एमएस धोनी ने इसके बाद अंपायरों से बहस की. बात आगे बढ़ती देख गेंदबाज बेन स्टोक्स भी अंपायरों और धोनी के करीब आ गए. इसके बाद धोनी और बेन स्टोक्स बात करते देखे गए. हालांकि, इसमें अच्छी बात यह रही कि धोनी और स्टोक्स की बातचीत से यह नहीं लगा कि वे झगड़ा कर रहे हैं. 


बहरहाल, अंपायरों ने नो बॉल नहीं ही दी और धोनी मैदान से बाहर चले आए. धोनी और चेन्नई के लिए राहत की बाह यह रही कि इससे मिचेल सैंटनर की बल्लेबाजी पर कोई असर नहीं पड़ा और उन्होंने अगली दो गेंदों पर क्रमश: दो और छह रन बनाकर अपनी टीम को मैच जिता दिया.