नई दिल्ली :  कर्नाटक ने मयंक अग्रवाल (140) और रविकुमार समर्थ (125) के शतकों के बाद शानदार गेंदबाजी की बदौलत विजय हजारे ट्राफी के लिये पहले क्वार्टरफाइनल में हैदराबाद को 103 रन से मात दी. जबकि महाराष्ट्र ने मजबूत आल-राउंड प्रदर्शन के बूते दूसरे क्वार्टरफाइनल मैच में मुंबई को सात विकेट से पराजित करते गुए उलटफेर कर दिया. सभी को उम्मीद थी कि इस मैच में मुंबई का पलड़ा भारी रहने वाला है लेकिन हुआ ठीक इसके उलट ही. 


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हैदराबाद के खिलाफ कर्नाटक के कप्तान करूण नायर ने फिरोजशाह कोटला मैदान पर टास जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया जिसके बाद टीम ने अग्रवाल और समर्थ के शतकों और इन दोनों के बीच दूसरे विकेट के लिये 242 रन की शानदार भागीदारी से निर्धारित 50 ओवर में आठ विकेट गंवाकर 347 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया.



कर्नाटक के लिये श्रेयस गोपाल और स्टुअर्ट बिन्नी ने शानदार गेंदबाजी की जिससे हैदराबाद की टीम 42.5 ओवर में 244 रन पर आल आउट हो गयी. गोपाल ने 6.5 ओवर में 31 रन देकर पांच खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा जबकि बिन्नी ने आठ ओवर में 45 रन देकर तीन विकेट चटकाये. एम पी कृष्णा ने एक विकेट प्राप्त किया. कर्नाटक की पारी अग्रवाल और समर्थ के इर्द गिर्द ही रही जिसमें अग्रवाल ने 111 गेंद का सामना करते हुए 12 चौके और सात छक्के से 140 रन की शानदार पारी खेली. समर्थ ने 125 रन के लिये 124 गेंद खेली जिसमें 13 चौके जड़े थे. इनके अलावा सीएम गौतम ने 20 और पवन देशपांडे ने 19 रन का योगदान दिया.


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हैदराबाद के गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने 59 रन देकर पांच विकेट झटके और एम रवि किरण ने 61 रन देकर दो विकेट हासिल किये. टी रवि तेजा को एक विकेट प्राप्त हुआ. लक्ष्य का पीछा करने उतरी हैदराबाद के लिये टी रवि तेजा ने 53 रन (57 गेंद में नौ चौके) और कप्तान व विकेटकीपर अम्बाती रायुडू ने 64 रन (62 गेंद में छह चौके और दो छक्के) से अर्धशतकीय पारी खेली. बीपी संदीप ने 42 रन, के रोहित रायुडू ने 28 रन और टी त्यागराजन ने 20 रन बनाये.


महाराष्ट्र ने अपने प्रदर्शन से सबको चौंकाया 
महाराष्ट्र ने पहले मुंबई के स्टार सुसज्जित बल्लेबाजी लाइनअप को 50 ओवर में नौ विकेट पर 222 रन पर रोक दिया और फिर यह लक्ष्य महज तीन विकेट गंवाकर 46.5 ओवर में हासिल कर लिया. यह जीत टीम प्रयास का शानदार उदाहरण रही जिसमें किसी का इतना शानदार प्रदर्शन नहीं था लेकिन कई खिलाड़ियों ने टीम की जीत में उपयोगी योगदान दिया.


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दायें हाथ के तेज गेंदबाज प्रदीप दधे (10 ओवर में 57 रन देकर तीन विकेट) सबसे सफल गेंदबाज रहे लेकिन पदार्पण कर रहे आफ स्पिनर प्रशांत कोरे (34 रन देकर दो विकेट) और बायें हाथ के स्पिनर सत्यजीत बछाव (31 रन देकर एक विकेट) ने मध्य ओवरों में विपक्षी बल्लेबाजों को आउट कर बड़ा स्कोर बनने से रोका.
(इनपुट भाषा)