नागपुर : रणजी ट्रॉफी के नॉकआउट दौर में कर्नाटक और मुंबई का मुकाबला काफी कांटे का होने की उम्मीद थी दोनों टीमों के बल्लेबाजों का रणजी में खासा प्रदर्शन रहा है. चाहे वह कर्नाटक के मयंक अग्रवाल हों या मुंबई के पृथ्वी शॉ. लेकिन किसे मालूम था कि बल्लेबाजी के दिग्गजों से भरपूर इस मैच में गेंदबाजी का एक जलजला सबकुछ बदल के रख देगा. 


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यही हुआ जब कप्तान विनय कुमार की रिकार्ड हैट्रिक के दम पर कर्नाटक ने गुरुवार को यहां विदर्भ क्रिकेट संघ (वीसीए) स्टेडियम में खेले गए क्वार्टर फाइनल मैच में मुंबई को पहले दिन पहली पारी में 173 रनों पर ही ढेर कर दिया.


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दिन का खेल खत्म होने तक कर्नाटक ने अपनी पहली पारी में एक विकेट के नुकसान पर 115 रन बना लिए हैं. वह अभी भी मुंबई से 58 रन पीछे है. विनय इसी के साथ रणजी ट्रॉफी में हैट्रिक लेने वाले पहले कप्तान बन गए हैं.


मैच के पहले और तीसरे ओवर में ली हैट्रिक
उन्होंने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया और पहले ओवर की आखिरी गेंद पर युवा स्टार पृथ्वी शॉ (2) को स्लिप पर खड़े करुण नायर के हाथों कैच कराया. इसके बाद अपने अगले और पारी के तीसरे ओवर में उन्होंने जय बिष्ट (1) और आकाश पारकर (0) को पहली और दूसरी गेंद पर आउट कर अपनी हैट्रिक पूरी की. यह विनय की रणजी ट्रॉफी में दूसरी हैट्रिक है. इससे पहले उन्होंने महाराष्ट्र के खिलाफ रत्नागिरी में 2007-08 में पहली हैट्रिक ली थी. 


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विनय ने कुल छह विकेट लिए. टीम को चौथी सफलता भी उन्हीं ने सिद्देश लाड (8) को आउट करते हुए दिलाई. मुंबई के लिए धवल कुलकर्णी ने 132 गेंदों में नौ चौकों की मदद से 75 रनों की पारी खेली. उनके अलावा अखिल हेरवाडकर ने 32 और सूर्यकुमार यादव ने 14 रन बनाए. इन तीनों के अलावा मुंबई का कोई और बल्लेबाज दहाई के आंकड़ें में नहीं पहुंच सका. 


कर्नाटक के लिए विनय के अलावा श्रीनाथ अरविंद ने दो विकेट लिए. अभिमन्यू मिथुन और कृष्णाप्पा गौतम को एक-एक सफलता मिली.  अपनी पहली पारी खेलने उतरी कर्नाटक को बेहतरीन शुरुआत मिली और रवि कुमार समर्थ (40), मयंक अग्रवाल (नाबाद 62) की सलामी जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 83 रन जोड़े. समर्थ को शिवम दुबे ने बोल्ड कर अपनी टीम को पहली सफलता दिलाई.  इसके बाद मयंक को कुनेन अब्बास का साथ मिला और दोनों ने दिन का खेल खत्म होने तक कर्नाटक को कोई और झटका नहीं लगने दिया. 


(इनपुट आईएएनएस)