जब 7 रन से चूक गए थे सहवाग क्रिकेट का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बनाने से
टेस्ट क्रिकेट में वीरेंद्र सहवाग दो तिहरे शतक लगाने वाले भारत के अकेले खिलाड़ी हैं.
नई दिल्ली : टीम इंडिया के सबसे धुआंधार बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने अपने बल्ले से अनगिनत रन बनाए. उनकी धाकड़ बल्लेबाजी के सामने दुनिया के बड़े से बड़े गेंदबाज खौफ खाते थे. उनके बारे में यह कहा जाता है कि उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी को नए ढंग से परिभाषित किया था. अगर उनके बारे में यह कहा जाता है तो गलत भी नहीं है. वह भारत की ओर पहली बार तिहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज बने. उनके पहले भारतीय क्रिकेट में यह कारनामा और कोई बल्लेबाज नहीं कर पाया. हालांकि उनके बाद भारत की ओर करुण नायर दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने, जिन्होंने टेस्ट मैचों में तिहरा शतक बनाया.
सहवाग ने पहला तिहरा शतक मार्च 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में बनाया था. उन्होंने दूसरा तिहरा शतक मार्च 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बनाया था. इस तरह से वह दुनिया में दो तिहरे शतक लगाने वाले सर डॉन ब्रेडमैन की बराबरी पर पहुंच गए थे.
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4 दिसंबर 2009 को श्रीलंका के खिलाफ मुंबई टेस्ट में वह अपने तीसरे तिहरे शतक के करीब थे. वह 254 बॉल में 293 रन बना चुके थे. लग रहा था कि वह टेस्ट इतिहास में तीन तिहरे शतक लगाकर सबसे बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे. लेकिन ऐसा हो नहीं पाया. 293 रन के स्कोर पर सहवाग आउट हो गए.
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अगर सहवाग यहां पर तीसरा तिहरा शतक बना लेते तो टेस्ट क्रिकेट के सवा सौ साल से ज्यादा के इतिहास में वह पहले बल्लेबाज होते, जिनके नाम पर तीन तिहरे शतक होते. लेकिन सहवाग ये रिकॉर्ड नहीं बना सके. इसी पारी के दौरान सहवाग सबसे तेजी से 6 हजार रन बनाने तीसरे भारतीय खिलाड़ी बने थे. सहवाग ने अपने टेस्ट करियर में 104 टेस्ट मैचों मे 8586 रन बनाए. इसमें उन्होंने 23 शतक लगाए.