कोलकाता : खेल में भगवान होना अपावाद ही होता है. क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर को भारत में उनके चाहने वालों ने भगवान का दर्जा दिया हुआ है. भारत में किसी खेल कि क्रिकेट जितनी लोकप्रियता नहीं है, लेकिन फुटबॉल के चाहने वाले भी कम नहीं हैं. वहीं दुनिया में फुटबॉल सबसे लोकप्रिय खेल है और अर्जेंटीना में भी और वहां के दिग्गज फुटबाल खिलाड़ी डिएगो मेरोडोना को उनके चाहने वालों ने भगवान का दर्जा दे रखा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

लेकिन शायद मेरोडोना को कोलाकाता में अपना भव्य स्वागत देखकर कहना पड़ा कि वह एक साधारण फुटबाल खिलाड़ी हैं और इस कारण उन्हें 'फुटबाल का भगवान' कहना ठीक नहीं. 


Birthday Special : फाइटर जिसने कैंसर से लड़कर जिताया था टीम इंडिया को वर्ल्डकप

माराडोना ने अपने दुभाषिये के जरिये कहा, ‘‘मैं फुटबाल का भगवान नहीं बल्कि सामान्य फुटबालर हूं. मैं एक बार फिर कोलकाता आकर खुश हूं.’’ नौ साल में माराडोना का दूसरा दौरा संभवत: 2008 के उनके पहले दौरे जितना भव्य नहीं था लेकिन इसके बावजूद दोपहर में उत्तर कोलकाता क्लब में चैरिटी कार्यक्रम के दौरान लगभग एक हजार के आसपास लोग उनकी झलक पाने पहुंचे.


वर्ष 1986 में अर्जेटीना को अपने दम पर विश्व कप खिताब दिलाने वाले माराडोना तीन दिवसीय दौरे पर रविवार को यहां पहुंचे. माराडोना ने 11 कैंसर पीड़ितों को 10-10 हजार रुपये के चैक सौंपे और वातानुकूलित एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाई. इस दौरान क्लब पूरा भरा हुआ था और कई लोग माराडोना की झलक पाने के लिए आसपास की इमरातों की छत पर चढ़े हुए थे.


अपनी 12 फीट प्रतिमा का अनावरण किया
माराडोना ने इस दौरान यहां अपने नाम पर बने पार्क में अपनी 12 फीट की प्रतिमा का अनावरण किया जिसके हाथ में 1986 विश्व कप की ट्राफी है. इसे एक पार्क में रखा जाएगा, जिसका नामकरण भी उनके नाम पर होगा. विश्व कप 1986 विजेता माराडोना ने कहा, ‘‘यहां मेरी प्रतिमा का होना शानदार है.’’ माराडोना को शुरू में 19 सितंबर को भारत आना था लेकिन उनका दौरा कई बार स्थगित हुआ.


वनडे क्रिकेट फैंस के लिए बुरी खबर, BCCI का नया कार्यक्रम बना मुसीबत


माराडोना मंगलवार को एक फुटबाल सहायतार्थ मैच  ‘डिएगो बना दादा’  में हिस्सा लेंगे, जिसमें भारतीय फुटबाल टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली भी खेलेंगे. यह मैच बारासात में खेला जाएगा.
(इनपुट भाषा/आईएएनएस)