India Paris Paralympics 2024: भारत को पेरिस पैरालंपिक खेलों में सातवां गोल्ड मेडल मिल गया है. जेवलिन थ्रो में नवदीप सिंह ने शनिवार को मेंस जेवलिन F41 कैटेगरी में 47.32 मीटर के नए पैरालंपिक रिकॉर्ड के साथ सोना जीता. इस कैटेगरी में देश को पहला मेडल मिला है. नवदीप के थ्रो ने टोक्यो 2020 में चीन के सन पेंगशियांग द्वारा बनाए गए 47.13 मीटर के पिछले पैरालंपिक रिकॉर्ड को तोड़ दिया. दिलचस्प बात है कि नवदीप ने पहले सिल्वर जीता था, जिसे बाद में सोने में बदल दिया गया. भारत को पेरिस पैरालंपिक में 29वां मेडल मिला है. वह 7 गोल्ड, 9 सिल्वर और 13 ब्रॉन्ज के साथ 16वें स्थान पर है.


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सिल्वर कैसे गोल्ड में बदला?


दरअसल, ईरान के सादेघ बीट सयाह ने अपने अंतिम प्रयास में 47.64 मीटर के थ्रो के साथ नवदीप को पीछे छोड़ दिया था. इससे भारतीय खिलाड़ी के खाते में सिल्वर मेडल आया था. बाद में सादेघ बीट सयाह को नियमों के उल्लंघन के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया. इस तरह भारत को पैरालंपिक में सातवां गोल्ड मेडल मिल गया.


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मेरा लक्ष्य इससे थोड़ा कम था: नवदीप


नवदीप ने कहा, ''मैं वास्तव में उम्मीद नहीं करता था कि मैं इतनी दूर फेंकूंगा. मेरा लक्ष्य इससे थोड़ा कम था लेकिन मुझे अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद थी और मेरे कोच पर विश्वास था. मुझे खुशी है कि यह अच्छा चला. मेरा पहला थ्रो फाउल था लेकिन मेरे कोच ने मुझे बताया कि यह एक अच्छा थ्रो था. इसलिए, मैंने अपने अगले थ्रो में दूरी को बेहतर बनाने की कोशिश की. मेरे दो अन्य थ्रो 45 मीटर से अधिक मापा गया. मुझे भविष्य में इससे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है.''


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नवदीप ने डिफेंडिंग चैंपियन को हराया


नवदीप को शीर्ष स्थान हासिल करने के लिए दो और अवसर थे लेकिन दूरी तय करने में असमर्थ थे. हालांकि, बाद में ईरान के प्लेयर के अयोग्य होने से अंत में कोई फर्क नहीं पड़ा. इस कैटेगरी के डिफेंडिंग चैंपियन सन पेंगशियांग 44.72 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ सिल्वर मेडल पर रहे. वह इस साल के वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स में भी गोल्ड मेडल विजेता था. इराक के विल्डन नुखैलावी ने 40.46 मीटर के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता.


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लगातार हार के बाद मिली जीत


छोटे कद के एथलीट F41 खेल वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हैं. नवदीप टोक्यो 2020 पैरालंपिक में चौथे स्थान पर रहे और पोडियम से चूक गए थे. पिछले साल हांगझोउ में एशियन पैरा गेम्स में, वह एक बार फिर चौथे स्थान पर रहे. उन्होंने कहा, ''मेरे जीवन में इस पदक का बहुत महत्व है. मैंने वर्षों के इंतजार और कड़ी मेहनत के बाद पैरालंपिक खेलों के पोडियम पर पहुंचने का स्थान हासिल किया है. मैं टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों में चौथे स्थान पर रहा.  हांगझोउ एशियन गेम्स में भी मैंने चौथा स्थान हासिल किया. एक पोडियम फिनिश लंबे समय बाद आया है. खुशी लंबे समय बाद आई है.