ACT Final : चीन का झंडा लेकर स्टेडियम में बैठे पाकिस्तानी खिलाड़ी, भारतीय फैंस ने लताड़ दिया
एशियन चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारतीय हॉकी टीम ने चीन को हराकर खिताब अपने नाम किया. इस मुकाबले में पाकिस्तानी खिलाड़ी चीनी झंडे के साथ नजर आए. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
Asian Champions Trophy 2024 Final : डिफेंडिंग चैम्पियन भारतीय हॉकी टीम ने मेजबान चीन को एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2024 के फाइनल में 1-0 से हराकर पांचवीं बार यह टूर्नामेंट अपने नाम किया. पेरिस ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट भारतीय टीम पहले तीन क्वार्टर में कोई गोल नहीं कर सकी. हालांकि, डिफेंडर जुगराज सिंह ने 51वें मिनट में फील्ड गोल करके टीम को जीत दिलाई. इस मुकाबले में पाकिस्तान टीम के खिलाड़ी चीनी झंडे के साथ नजर आए. उनके हाथों में चीनी झंडे दिखाए दिए, जिसके बाद सोशल मीडिया पर भारतीय फैंस भड़क उठे और खरी-खरी सुना दी.
पाकिस्तान का असली चेहरा!
भारत और मेजबान चीन के बीच खेले गए एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले के दौरान पाकिस्तान की पुरुष हॉकी टीम सुर्खियों में आ गई, जब उसे चीनी झंडा लहराते हुए देखा गया. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. भारतीय फैंस ने पाकिस्तान टीम को तब आड़े हाथों ले लिया, जब भारत ने चीन पर खिताबी जीत दर्ज कर पांचवीं बार यह टूर्नामेंट अपने नाम किया. भारतीय फैंस पाकिस्तान को जमकर लताड़ रहे हैं.
भारतीय फैंस ने लताड़ा
चीन का दूसरा ही फाइनल था
चीन दूसरी बार ही किसी इंटरनेशनल टूर्नामेंट का फाइनल खेल रहा था. इससे पहले उसने एशियाई खेल 2006 फाइनल खेला था, जिसमें उसने कोरिया ने 3-1 से हराया था. पाकिस्तान ने कोरिया को 5-2 से हराकर छह टीमों के टूर्नामेंट में तीसरा स्थान हासिल किया. खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में उतरी भारतीय टीम ने पहले लीग मैच में चीन को 3-0 से हराया था लेकिन फाइनल मुकाबला काफी कठिन रहा.
सबसे कामयाब टीम भारत
इस खिताब को जीतने के साथ ही भारत टूर्नामेंट के इतिहास की सबसे कामयाब टीम हो गई है, जिसने पांच बार खिताबी जीत दर्ज की. इससे पहले 2016 और 2018 में उसने लगातार खिताब जीते थे. हॉकी इंडिया ने इस जीत पर हर खिलाड़ी को तीन लाख रुपये और सहयोगी स्टाफ को डेढ लाख रुपये नकद पुरस्कार देने का ऐलान किया है. मैच की बात करें तो पहले तीन क्वार्टर तक कोई टीम गोल नहीं कर सकी. आखिर में डिफेंडर जुगराज सिंह ने फील्ड गोल करके टीम को जीत दिलाई. हरमनप्रीत सिंह की टीम के लिए यह मुकाबला कतई आसान नहीं था. पहले तीन क्वार्टर में चीनी डिफेंडरों ने भारत को गोल करने का कोई मौका नहीं दिया था.