Badminton: भारत ने 58 साल बाद रचा इतिहास, पीएम मोदी ने भी दी इस जोड़ी को बधाई
India: 58 साल बाद भारत की एक जोड़ी ने इतिहास रच दिया है. यह क्रिकेट में नहीं, बल्कि बैंडमिंटन के कोर्ट में हुआ है. इस जोड़ी ने एक बार फिर भारत का मान पूरी दुनिया में बढ़ाया है.
Badminton Asia Championships 2023: इन दिनों इंडियन प्रीमियर लीग का रोमांच लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है. इस बीच भारत के लिए एक और बड़ी खुशखबरी आई है. यह खुशखबरी भारत की बैडमिंटन जोड़ी ने दी है. भारत के लिए 58 साल बाद किसी जोड़ी ने बैडमिंटन में सोना जीता है. इस जीत के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर बधाई दी है.
इस जोड़ी ने रचा इतिहास
सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने 58 साल का इंतजार खत्म करते हुए एशियाई बैडमिंटन चैम्पियनशिप में भारत को पुरूष युगल में स्वर्ण पदक दिलाया. विश्व चैम्पियनशिप 2022 कांस्य पदक विजेता जोड़ी ने पहला गेम हारने के बाद शानदार वापसी करते हुए मलेशिया के ओंग यू सिन और तियो ई यि को 16-21, 21-17, 21-19 से हराया. इससे पहले इस चैम्पियनशिप में भारत के लिये स्वर्ण सिर्फ दिनेश खन्ना ने जीता था, जब उन्होंने 1965 में लखनऊ में थाईलैंड के सांगोब रत्तनुसोर्न को पुरूष एकल फाइनल में हराया था.
लगातार कर रहे अच्छा प्रदर्शन
बासेल में स्विस ओपन सुपर 300 खिताब जीतने वाले सात्विक और चिराग ने पहला गेम गंवाने के बावजूद जुझारूपन नहीं छोड़ा और दूसरे गेम में 7-13 से तथा तीसरे गेम में 11-15 से पिछड़ने के बाद वापसी की. इस जोड़ी का यह सत्र का दूसरा खिताब है. उन्होंने पिछले साल राष्ट्रमंडल खेल और बीडब्ल्यूएफ टूर पर पांच कैरियर खिताब जीते थे.
पीएम ने दी बधाई
इस जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र ने भी दोनों को जीत की बधाई दी. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी पर गर्व है, जो बैडमिंटन एशिया चैम्पियनशिप में खिताब जीतने वाली पहली भारतीय जोड़ी बनी. उन्हें बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएं.
जीत के बाद क्या बोले चिराग-सात्विक
चिराग ने इस जीत के बाद कहा कि मैं सातवें आसमान पर हूं. मैंने और सात्विक ने इस पदक के लिए काफी मेहनत की थी. मुझे खुशी है कि हमने खिताब जीता. मैं सभी को धन्यवाद देना चाहूंगा, जिन्होंने हमारी हौसलाअफजाई की. सात्विक ने भी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि पहली बार यह टूर्नामेंट जीतकर अच्छा लग रहा है. मुझे यकीन है कि हम भविष्य में और खिताब जीतेंगे. भारत का परचम लहराने के लिए मेहनत करते रहेंगे.
उतार-चढ़ाव भरा रहा मैच
अमलापुरम के 22 वर्ष के सात्विक और मुंबई के 25 वर्ष के चिराग ने बेहद आक्रामक खेल दिखाया. पहला गेम बराबरी का था, जिसमें मलेशियाई जोड़ी भारी पड़ी. दूसरे गेम में भी मलेशियाई जोड़ी ने बढत बना ली थी. 8-13 से पिछड़ने के बाद भारतीय जोड़ी ने वापसी की. तियो की गलती पर सात्विक ने बैकहैंड पर जबर्दस्त स्मैश लगाकर मैच का रूख पलटा. भारतीय जोड़ी ने 18-15 से बढत बना ली. इसके बाद तीन अंक लेकर मैच को निर्णायक गेम में खींचा. निर्णायक गेम में मलेशियाई जोड़ी का तकनीकी कौशल काबिले तारीफ था, जिन्होंने 11-8 की बढत भी बना ली थी. इसके बाद भारतीय जोड़ी ने अंतर 14-15 का किया और फिर 17-16 से आगे हो गए. बैकहैंड पर चिराग के स्मैश पर भारतीय जोड़ी ने मुकाबला अपने नाम किया.