नई दिल्ली: भारतीय टेनिस स्टार महेश भूपति ने मीटू अभियान पर सोशल मीडिया में एक लंबा खत शेयर किया है. इसमें उन्होंने मीटू के आरोपियों से किसी भी तरह का संबंध न रखने की प्रतीज्ञा ली है. उन्होंने कहा है कि वह यौन उत्पीड़न के किसी भी आरोपी से जीवन भर कोई ताल्लुक नहीं रखेंगे. उन्होंने दूसरे लोगों से भी ऐसा ही करने का अनुरोध किया है. 


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महेश भूपति ने बॉलीवुड में महिलाओं द्वारा लगाए जा रहे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर गहरा शोक प्रकट करते हुए कहा है कि यह सही समय है जब शीर्ष पर बैठे लोगों को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए और महिलाओं के लिए वर्कप्लेस पर सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए. उन्होंने कहा, उनकी पत्नी और अभिनेत्री लारा दत्ता को हाल ही में मुकेश छाबड़ा की कास्टिंग कंपनी से प्रजोक्ट से एक ऑफर मिला था, लेकिन दो महिलाओं द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों के बाद लारा ने उस ऑफर को ठुकरा दिया. ताकि वह मीटू मुहिम को सपोर्ट कर सकें. 


महेश ने कहा कि उन्होंने खुद प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इस तरह की कहानियां सुनी हैं. लेकिन वह इन्हें इग्नोर करते रहे, यह सोच कर कि बिजनेस बिजनेस होता है. लेकिन अब वह ऐसा नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि जो लोग सोशल प्लेटफॉर्म पर जो प्रभावशाली लोग हैं उन्हें आरोपित लोगों को समाज से काटने के प्रयास करने चाहिए.  


उन्होंने लिखा पिछला कुछ वक्त बहुत चौंकाने वाला रहा. मीटू की अनेक कहानियां सामने आईं. एक छह वर्षीय बेटी का पिता होने के नाते मुझे इस अभियान को सपोर्ट करना होगा. पूरे देश की महिलाएं अपने अपने कटु अनुभव शेयर कर रही हैं, लेकिन पावर और पोजिशन में बैठे अधिकांश लोग इस पर चुप्पी साधे बैठे हैं. मेरी पत्नी दो दिन पहले शहर से बाहर शूट कर रही थी. वहीं उसे मुकेश छाबड़ा की अंतरराष्ट्रीय डिजीटल कंपनी से एक प्रस्ताव मिला. उन्होंने वह प्रस्ताव मुझे फॉरवर्ड कर दिया. बाद में लारा ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया. 



महेश ने कहा कि इस पूरे अभियान से लारा भी उतनी ही परेशान है, जितना वह स्वयं हैं. महेश भूपति ने लिखा है, जिन महिलाओं को वर्कप्लेस पर इस तरह की स्थितियों का सामना करना पड़ा है और वे आज भी चुप हैं तो इस बात को समझा जाना चाहिए. उन पुरुषों के लिए जो अब तक इस मामले में चुप रहे हैं यह मौका है कि वे इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं.



महेश ने कहा, उन लोगों के लिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि मीटू अभियान के आरोपी क्या कर रहे हैं. पिछली रात टेलेंट इंडस्ट्री के एक मित्र ने मुझे बताया कि लोग इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि यह मुद्दा अपनी मौत खुद मर जाए और काम सहज रूप से चलने लगे. इसी मौके पर मैंने यह तय किया कि मैं ऐसे लोगों से कोई संबंध नहीं रखूंगा. अगर मैं चुप रहता हूं तो मैं भी अपराधी हूं. उन्होंने कहा, व्यक्तिगत रूप से और प्रोफेशनली मैं सुहेल सेठ, विकास बहल, अनिर्बेन बाला, चेतन भगत, साजिद खान और अनु मलिक से जुड़ा रहा हूं, लेकिन इन सब से मेरे ताल्लुक आज खत्म हो गए हैं.